Sun Transit 2021: कर्क राशि में सूर्य बने हुए है. पंचांग के अनुसार बीते 16 जुलाई 2021, शुक्रवार को सूर्य ने राशि परिवर्तन किया था. सूर्य कर्क राशि में 17 अगस्त 2021 तक रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य के राशि परिवर्तन को अहम माना गया है. सूर्य जब राशि परिवर्तन या नक्षत्र परिवर्तन करते हैं तो सभी 12 राशियां यानि मेष राशि से मीन राशि तक इसका प्रभाव देखने को मिलता है. सूर्य एक बार फिर परिवर्तन करने जा रहे हैं. लेकिन इस बार राशि परिवर्तन नहीं बल्कि नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं.
सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन (Surya Nakshatra Parivartan 2021)
सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो इस राशि परिवर्तन या संक्रांति कहते हैं. वहीं जब सूर्य एक नक्षत्र से दूसरे नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो इस प्रक्रिया को सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन कहा जाता है.
सूर्य दक्षिणायन हो चुके हैं (Surya Dakshinayan)
पंचांग के अनुसार सूर्य जब कर्क राशि में प्रवेश करते हैं तो सूर्य दक्षिणायन हो जाते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार सूर्य दक्षिणायन होते हैं तो देवताओं का मध्याह्न काल आरंभ होता है. सूर्य अब मकर संक्रांति 2022 तक दक्षिणायन रहेंगे.
सूर्य नक्षत्र परिवर्तन 2021 (Surya Pushya Nakshatra 2021)
20 जुलाई से पूर्व सूर्य पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर कर रहे थे. लेकिन अब सूर्य पुष्य नक्षत्र में रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और नक्षत्र को राजा माना गया है. सूर्य जहां सभी ग्रहों के अधिपति यानि राजा हैं, वहीं सभी 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को राजा माना गया है. पुष्य नक्षत्र को अत्यंत शुभ नक्षत्र माना गया है. सूर्य पुष्य नक्षत्र में 3 अगस्त 2021 तक रहेंगे.
पुष्य नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है (Pushya Nakshatra Lord)
पुष्य नक्षत्र के बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि शुभ कार्य करने के लिए पुष्य नक्षत्र सबसे उत्तम नक्षत्र है. कई बार इस नक्षत्र में पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. यही कारण है कि पुष्य नक्षत्र का लोग इंतजार करते हैं. शास्त्रों में पुष्य नक्षत्र का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा और शक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है. पुष्य नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है और ये कर्क राशि के अंतर्गत आता है.
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