Sun Transit Rohini 2021: वृष राशि में सूर्य विराजमान हैं. बीते 14 मई को सूर्य वृष राशि में आए थे. सूर्य जब राशि परिवर्तन करते हैं तो इसे संक्रांति कहते हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य अब 15 जून को राशि परिवर्तन करेंगे. इसे मिथुन संक्रांति भी कहते हैं. सूर्य अब नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं.


रोहिणी नक्षत्र का स्वभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रोहिणी नक्षत्र को 27 नक्षत्रों में से चौथा नक्षत्र है. रोहिणी नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है और इस नक्षत्र का राशि स्वामी शुक्र  को माना गया है.


सूर्य नक्षत्र परिवर्तन
ज्योतिष में सूर्य को बहुत ही प्रभावशाली ग्रह माना गया है. सूर्य को सभी ग्रहों का अधिपति माना गया है. सूर्य आत्मा के कारक हैं. सूर्य 25 मई, मंगलवार को कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. सूर्य देव इस नक्षत्र में 8 जून तक गोचर करेंगे. सूर्य के नक्षत्र बदलते ही नौतपा शुरू हो जाता है. जिसके बाद 9 दिनों तक तेज गर्मी रहती है. ऐसा इसलिए होता कि इस दौरान सूर्य की सीधी किरणें पृथ्वी पर पड़ती हैं. 25 मई 2021 को प्रात: 9 बजकर 03 मिनट के बाद सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आ जाएंगे और 2 जून, 2021 तक रहेंगे.


मौसम में परिवर्तन
सूर्य जब कृतिका नक्षत्र से रोहिणी नक्षत्र में आते हैं तो बारिश की संभावना बनती है.


पानी की न होने दें शरीर में कमी
भारतीय परंपरा में नौतपा को विशेष महत्व प्रदान किया गया है. कही-कहीं महिलाएं श्रृंगार करती हैं और हाथों में मेहंदी लगाती हैं. मेहंदी गर्मी के प्रभाव को कम करती है. इन 9 दिनों में अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही उन चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे शरीर का ठंडक पहुंचे.


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