Nautapa 2021 Date : ज्योतिष गणना के अनुसार जब सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश होता है नौतपा आरंभ होता है. माना जाता है कि जब नौतपा आरंभ होता है तो मौमस के मिजाज में तेजी से बदलाव देखने को मिलता है. कुछ राज्यो में ऐसा देखा भी जा रहा है. राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में तापमान में वृद्धि देखी जा रही है.
नौतपा का क्या है?
पौराणिक मान्यता के अनुसार जब सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश होता है तो नौतपा आरंभ होता है. बीते 25 मई को सूर्य कृतिका नक्षत्र में अपनी यात्रा पूर्ण करने के बाद प्रात: 9 बजकर 03 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में आए थे. ग्रहों के अधिपति यानि सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में 3 जून 2021 तक रहेंगे. नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर लंबवत पड़ती हैं. नौतपा के कारण इस वर्ष गर्मी का असर ज्येष्ठ मास की त्रयोदशी तिथि रहेगा. इस तिथि में चंद्रमा मेष राशि में गोचर करेगा.
मौसम पर प्रभाव
सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में रहने के कारण इस वर्ष अच्छे मानसून की संभावना बनी हुई है. ऐसा माना जाता है कि जब रोहिणी का निवास स्थान तट होता है तो अच्छे वर्षा के संकेत मिलते हैं. इसके साथ ही जब रोहिणी का वाहन बैल होता है तो फसल अच्छी होती है.
स्वच्छता के नियमों का पालन करें
नौतपा के दौरान और सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तो मौसम में तेजी से उतार चढ़ाव की स्थिति भी देखी जाती है. इस दौरान संक्रमण का खतरा भी बना रहता है. इसलिए स्वच्छता के नियमों का गंभीरता से पालन करना चाहिए और अनुशासित दैनिक दिनचर्या को अपनाना चाहिए.
इन चीजों का दान करें
ज्येष्ठ मास का आरंभ हो चुका है. सूर्य इस समय रोहिणी नक्षत्र में गोचर रहे हैं. नौतपा और ज्येष्ठ मास के दौरान कुछ चीजों का दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं और संकट दूर होते हैं. इन चीजों का दान करना श्रेष्ठ फलदायी माना गया है.
- सत्तू
- घड़ा
- पानी
- पंखा
- छाता
- जूता