नई दिल्ली: इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को पड़ने जा रहा है. सप्तग्रही योग में लगने वाला सूर्यग्रहण देश के कई हिस्सों में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा. केरल के उत्तरी, तमिलनाडु के मध्य और कनार्टक के दक्षिण के कुछ भागों में कंकण सूर्यग्रहण होगा. इस दिन ग्रहण के समय सूर्य अंगूठी की तरह दिखाई देगा.


साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस ग्रहण का असर सभी बारह राशियों पर होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक 25 दिसम्बर रात्रि आठ बजकर 10 मिनट से शुरू हो जाएगा.  26 दिसम्बर सुबह आठ बज कर 10 मिनट से ग्रहण का स्पर्श शुरू हो जाएगा. सूर्य ग्रहण की मोक्ष शुद्धि 10 बजकर 51 मिनट पर होगी. इसके बाद शुभ कार्य किए जा सकते हैं.


भारत के साथ इन देशों में दिखाई देगा ग्रहण


साल के अंतिम सूर्य ग्रहण को भारत के साथ सऊदी अरब, कतर, सुमात्रा, मलेशिया, ओमान, सिंगापुर, नॉर्थन मरिना आईलैंड, श्रीलंका और उत्तर- पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी देखा जाएगा.


12 राशियों पर दिखेगा असर


सूर्यग्रहण कर्क, तुला, कुंभ व मीन राशि के लिए शुभ है. वहीं मेष, मिथुन, सिंह तथा वृश्चिक के लिए मिलाजुला फल प्रदान करेगा. वृषभ, कन्या तथा मकर के लिए पूजनीय है.


दान करने से दूर होंगे कष्ट


सूर्य ग्रहण इस बार धनु राशि में पड़ रहा है. इसलिए इस राशि के व्यक्तियों को ध्यान रखने की जरूरत है. इस दिन पूजा अर्चना करें. इस दिन दान करना अच्छा माना जाता है. गायत्री मंत्रों को जाप करने से भी ग्रहण के खराब प्रभावों को कम किया जा सकता है.