नई दिल्ली: 26 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा नहीं है. कोई भी ग्रहण हो गर्भवती महिलाओं को इससे बचना और कुछ खास उपाय करने चाहिए. वैसे तो ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष नियम बताए गए हैं लेकिन ऐसा संभव न हो तो कुछ सावधानियों को जरूर बरतना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या-क्या सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए, आइए जानते हैं.


सूतक के बाद न करें भोजन


2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस ग्रहण का असर सभी बारह राशियों पर होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक 25 दिसम्बर रात्रि आठ बजकर 10 मिनट से शुरू हो जाएगा.  26 दिसम्बर सुबह आठ बज कर 10 मिनट से ग्रहण का स्पर्श शुरू हो जाएगा. सूर्य ग्रहण की मोक्ष शुद्धि 10 बजकर 51 मिनट पर होगी. इसके बाद ही शुभ कार्य किए जा सकते हैं. वहीं इस दौरान भोजन भी नहीं पकाना चाहिए. ऐसा मत है कि इस दौरान भोजन करने से पेट में वह में जहर बन जाता है.


गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है गलत प्रभाव

खगोलीय घटना का मानव जीवन पर असर होता है. सूर्य ग्रहण जब होता है तो बड़ी मात्रा में ऊर्जा का हनन होता है. जिससे ऐसी शक्तियां प्रबल हो जाती है जो व्यक्ति पर नकारात्मक असर डालती  हैं. इसलिए गर्भ में पल रहे शिशु को इससे बचाकर रखना बहुत जरूरी होता है क्योंकि नकारात्मक ऊर्जा के संपर्क में आने से शिशु पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है.


नहीं देखना चाहिए ग्रहण


सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए. इसको लेकर भी कई मान्यताएं हैं. ग्रहण देखने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है. नंगी आंखों से तो बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए. ग्रहण के समय इसे देखने पर लीवर पर भी बुरा असर पड़ सकता है. गर्भवती महिलाओं को इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.


ग्रहण से निकलने वाली किरणें डालती हैं बुरा असर


गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि वे घर से बिल्कूल भी न निकलें. ग्रहण के दौरान सूर्य से ऐसी ऊर्जा निकलती है जो गर्भ में पल रहे शिशु पर बहुत ही बुरा असर डाल सकती है. ऐसी महिलाओं को ग्रहण के बाद नहाना सबसे अच्छा माना गया है. इससे बच्चे को स्किन संबंधी रोग होने की संभावना खत्म हो जाती है. गर्भवती महिलाओं को गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.


सूर्य ग्रहण की समय सारणी


सूर्य ग्रहण का दिन- 26 दिसंबर
समय: सुबह 8 बजकर 17 मिनट
सूतक लगने का दिन- 25 दिसंबर
सूतक का समय: शाम 5:33 मिनट से 26 दिसंबर को 10:57 मिनट पर समाप्त
ग्रहण का समय: 26 दिसंबर को सुबह 8:17 से 10:57 मिनट तक