Surya Grahan 2021: साल के अंतिम दो महीने ग्रहण वाले हैं, जिनमें उपछाया ग्रहण के तौर पर सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बीत चुका है, जबकि सूर्यग्रहण चार दिसंबर को लगने जा रहा है. मान्यता है कि ग्रहण के समय राहु और केतु की बुरी छाया पृथ्वी पर पड़ती है, जिससे इंसानों के साथ-साथ जीव, जंतुओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
शास्त्रों के मुताबिक ग्रहण के वक्त शुभ काम नहीं करना चाहिए, जबकि ज्योतिष में सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव बताया गया है, जिसके निदान के लिए मंत्र जाप का विधान है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे मंत्र जिनके जाप से न सिर्फ शत्रुओं का नाश होता है, बल्कि सभी संकट दूर हो जाते हैं.
1.
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।
यह ग्रहण के दौरान पढ़ने से पड़ने वाली नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है. इसका जप करके आप शत्रुओं पर विजय पा सकते हैं. शत्रु का दमन चाहते हैं तो सूर्य ग्रहण के दौरान माला के साथ इस मंत्र जरूर जाप करना चाहिए.
2.
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये
प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
इस मंत्र का जाप करने से मां लक्ष्मी खुश होती है. ग्रहण के दौरान इस मंत्र का जाप बेहद लाभकारी होता है. इस मंत्र के पुण्य फल से धन मिलता है.
3.
“विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत
दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥
इस मंत्र के जाप से बुरी शक्तियों का नाश होता है. इस मंत्र के जरिए ईश्वर से ग्रहण काल से रक्षा की प्रार्थना की जाती है.
4.
तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥
इस मंत्र में राहु-केतु का आह्वान करते हैं, जिनसे शांति की कामना की जाती है. ग्रहण के वक्त राहु-केतु के प्रकोप को इस मंत्र से शांत होता है. मान्यता है कि राशि में राहु-केतु की बुरी दृष्टि पर जाए तो जीवन में अस्थिरता आ जाती है.
5.
ॐ मां भयात् सर्वतो रक्ष, श्रियं वर्धय सर्वदा। शरीरारोग्यं मे देहि, देव-देव नमोऽस्तु ते।।
ग्रहण के वक्त इस मंत्र का जप से यह सिद्ध हो जाता है. परेशान हो रहे शत्रु का नाम लेकर 11 बार ये मंत्र पढ़ा जाए तो वह मित्र बन सकता है.
ग्रहण खत्म होने पर करें ये काम
मंदिर में गंगा जल छिड़कने के बाद साफ-सफाई करें.
देवी- देवताओं का गंगा जल के साथ अभिषेक करें.
खत्म होने के बाद गाय को रोटी खिलाने से शुभ फल मिलेगा.
मान्यता अनुसार, गाय को भोजन से ग्रहण दोषों की मुक्ति होती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
इन्हें भी पढ़ें
Naag Diwali 2021: कब है नाग दिवाली, जानिए पौराणिक कथा और महत्व
Surya Grahan 2021: चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद लग रहा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण