Surya Grahan 2021: सूर्य ग्रहण के कारण भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के बचाए थे प्राण, जयद्रथ का किया था वध
Surya Grahan 2021 in India Date and Time: सूर्य ग्रहण ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना गया है. महाभारत की कथा में भी इसका वर्णन मिलता है.
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Surya Grahan 2021 in India Date and Time, Solar Eclipse 2021: सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को महत्वपूर्ण घटना के तौर पर देखा जाता है. पौराणिक ग्रंथों में भी सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का वर्णन देखने को मिलता है. महाभारत की कथा में भी सूर्य ग्रहण का जिक्र मिलता है. महाभारत के युद्ध में जयद्रथ के वध का कारण सूर्य ग्रहण ही बनता है. युद्ध में अर्जुन जयद्रथ का वध कर देते हैं. ग्रहण का वर्णन वेद और ग्रंथों में भी मिलता है. संहिता के ग्रंथों में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के प्रभाव के बारे में बताया गया है.
ग्रहण किसे कहते हैं?
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण के बोर में विस्तार से चर्चा की गई है. मान्यता है कि जब सूर्य और चंद्रमा की रोशनी वाले भाग का कोई हिस्सा कुछ समय के लिए अंधकार से युक्त हो जाता है तो ऐसी स्थिति को ग्रहण कहा जाता है.
सूर्य ग्रहण 2021
पंचांग के मुताबिक 04 दिसंबर 2021 को मार्गशीष मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. इस दिन आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा. इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका पर होगा. साल के आखिरी सूर्य का प्रभाव भारत पर नहीं होगा. सूर्य ग्रहण में सूतक नियम के पालन की आवश्यकता नहीं है.
सूर्य ग्रहण से भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन की रक्षा की थी
महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण ने अजुर्न की रक्षा के लिए अपने सूर्य ग्रहण के ज्ञान का प्रयोग किया था. महाभारत के युद्ध में जब अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु का वध हो जाता है तो अर्जुन प्रतिज्ञा लेते हैं कि सूर्य अस्त होने से पहले वे अपने पुत्र के हत्यारे का वध कर देंगे. यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो वे अपने गांडीव सहित स्वयं को अग्नि के हवाले कर देंगे. उसी दिन अचानक सूर्यास्त हो गया. आसमान में तारे नजर आने लगे. पांडवों में मायुसी छा गई. चिता को सजाने का कार्य आरंभ हो गया.
कौरव सेना में खुशी का माहौल व्याप्त हो गया. अर्जुन चिता पर बैठने की तैयारी करने लगे. जयद्रथ उत्साह में इतना मस्त हो गया कि वो चिता के समीप पहुंचा कर जोर-जोर से हंसने लगा. तभी भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को आदेश दिया कि अर्जुन गांडीव उठाओ, आसमान में देखो सूर्य अस्त नहीं हुआ है. तभी सूर्य निकल आया और उजाला हो गया. अर्जुन ने फौरन ही जयद्रथ का वध कर दिया.
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