Surya Grahan 2023: 20 अप्रैल 2023 को साल का पहला सूर्य ग्रहण दुनिया के कई देशों में दिखाई देगा, हालांकि भारत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा. विज्ञान ग्रहण को सिर्फ एक खगोलीय घटना मानता है लेकिन धार्मिक दृष्टि से सूर्य और चंद्र ग्रहण को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. पौराणिक मान्यता के अनुसार ग्रहण के लिए राहु-केतु को जिम्मेदार माना गया है. इनकी अशुभ छाया से बचने के लिए ही सूर्य और चंद्र ग्रहण में शुभ कार्य करने की मनाही होती है. मान्यता है कि ग्रहण में इन ग्रहों की छाया मनुष्य के बनते कार्य भी बिगाड़ देती है. आइए जानते हैं सूर्य और चंद्र ग्रहण से राहु-केतु का क्या संबंध है.



सूर्य ग्रहण की कथा (Surya Grahan Katha)


सूर्य ग्रहण को लेकर पुराणों में समुद्र मंथन की कथा का वर्णन मिलता है. समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्न बाहर आए थे, जिनमें से एक अमृत कलश भी था. इस अमृत कलश को पाने के लिए देवताओं और असुरों में विवाद छिड़ गया. मामले के सुलझाने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी का रुप धरकर बारी-बारी से देवताओं और दैत्यों में अमृतपान कराने की बात कही. जब तरफ देवताओं को अमृत बांटा जाने लगा तब स्वरभानु नाम का असुर अमृत पीने की लालसा में अपना रूप बदलकर सूर्यदेव और चंद्रदेव के मध्य में बैठ गया लेकिन दोनों देवताओं ने असुर को पहचान लिया.


राहु-केतु के ये भेद जान गए थे सूर्य और चंद्र


सूर्य और चंद्र देव ने भगवान विष्णु को पूरी बात बता दी, विष्णु जी ने क्रोध में आकर सुर्दशन चक्र से स्वरभानु का सिर धड़ से अलग कर दिया लेकिन अमृत की कुछ बूंदे स्वरभानू के के गले से नीचे उतर चुकी थी. जिससे उसका शरीर दो हिस्सों में अमर हो गया. सिर वाला हिस्सा राहु कहलाया और धड़ केतु.  राहु-केतु भेद खोलने के कारण सूर्य-चंद्रमा से द्वेष रखता है और बदला लेने के लिए चंद्र और सूर्य को समय-समय पर ग्रसित (निगलना) करते है तभी ग्रहण लगता है.


सूर्य ग्रहण पर राहु-केतु के कुप्रभाव से बचाएगा ये उपाय (Surya Grahan Upay)


ग्रहण पर राहु-केतु का तगड़ा प्रभाव रहता है. इससे बनते काम बिगड़ जाते हैं. इनके अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सूर्य और चंद्र ग्रहण के दिन गेहूं, गुड़, तांबे, चना,तिल का दान करना चाहिए, ये उपाय दोनों पाप ग्रहों के कूप्रभाव में कमी लाएगा. साथ ही सूर्य ग्रहण के समय भगवान शिव और माता काली की पूजा करनी चाहिए, इससे समस्त नकारात्मक शक्तियों और ग्रह बाधा का नाश होता है.


Surya Grahan 2023 Date: सूर्य ग्रहण में सूतक काल लगेगा या नहीं? जानें कब-कहां दिखाई देगा, देखें पूरी डिटेल


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.