Surya Grahan 2024: नवरात्रि पर सूर्य ग्रहण का साया, भूलकर भी न करें ये काम
Surya Grahan 2024: साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 8 अप्रैल को लगेगा. इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) पर सूर्य ग्रहण का साया दिखाई दे रहा है.
Surya Grahan 2024: 8 अप्रैल 2024 को साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) लगने जा रहा है जबकि हिंदू नववर्ष (Hindu Nav Varsh 2024) और नवरात्रि का शुभारंभ 9 अप्रैल 2024 को होगा. ऐसी स्थिति में सूर्य ग्रहण का साया संपूर्ण दुनिया पर अपना असर दिखने वाला होगा.
अच्छी बात यह है कि 8 अप्रैल 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) भारत में दिखाई नहीं देगा. हिंदू धर्म (Hindu Dharam) शास्त्रों के मुताबिक जहां पर ग्रहण दिखाई ना दे, वहां पर इसका कोई नियम पालन नहीं होता है और ना कोई सूतक (Sutak) लगता है.
इसलिए भारत में इस सूर्य ग्रहण का ना तो कोई नियम होगा और ना ही कोई सूतक माना जाएगा लेकिन यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) विश्व (World) के अलग-अलग देशों और क्षेत्रों में देखने को मिलेगा, जिसका प्रभाव आम जनमानस पर पड़ना स्वाभाविक है, आईए जानते हैं 8 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण के समय आपको क्या बातें ध्यान रखनी होंगी.
सूर्य ग्रहण का समय (Surya Grahan 2024 Timing)
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को लगने वाला है. भारतीय समय की बात करें तो यह 8 अप्रैल को रात 9:13 से शुरू होकर देर रात 2:23 तक चलेगा.
अगर ग्रहण (Surya Grahan 2024) के पर्व काल की बात करें तो लगभग 5 घंटे 10 मिनट का होगा. ग्रहण काल के दौरान लगने वाला सूतक बहुत महत्वपूर्ण होता है और इस दौरान कुछ भी अच्छा काम करने से बचना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं की माने तो सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) का सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटा पहले शुरू हो जाता है, इसका सीधा सा तात्पर्य है यह है कि जिस समय से सूर्य ग्रहण शुरू होगा,
उससे 12 घंटे पूर्व से सूतक काल शुरू होने के कारण कोई भी अच्छा काम करना मना होता है क्योंकि अगर आप ऐसा काम करते हैं तो वह सफल नहीं होता और उसमें समस्या आ सकती है. अगर सूतक काल (Sutak Kaal) के समय की बात करें तो 8 अप्रैल 2024 की सुबह 9:13 से ही यह सूतक काल शुरू हो जाएगा
कहां लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse Live)
पूरे विश्व की बात करें तो यह सूर्य ग्रहण भारत में तो नहीं दिखेगा, इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी नहीं होगा लेकिन यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिसे हम खग्रास सूर्य ग्रहण भी कहेंगे. यह ग्रीनलैंड, अमेरिका, दक्षिण प्रशांत महासागर, उत्तर अटलांटिक महासागर, आइसलैंड, पॉलिनेशिया आदि क्षेत्रों में देखा जाएगा और इसीलिए इन सभी जगहों पर ग्रहण का सूतक काल भी जरूर होगा.
सूर्य ग्रहण 2024 में क्या है खास (Surya Grahan 2024)
यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि बहुत लंबे समय के बाद इतनी लंबी अवधि का सूर्य ग्रहण पड़ने जा रहा है, जो भले ही भारत में दिखाई ना दे लेकिन विश्व के अन्य देशों में यह दिखाई देगा और हम भी देश-विदेश से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं, इसलिए मानकर चलिए की यह सभी पर अपना प्रभाव दिखाएगा.
ऐसे सूर्य ग्रहण के प्रभाव से दुनिया के बड़े देशों में कुछ समस्याएं जन्म ले सकती हैं. देशों के बीच आपसी तनाव और टकराव बढ़ेगा.
युद्ध की विभीषिका से बचने की संभावनाएं कम होंगी. प्राकृतिक आपदाएं परेशान कर सकती हैं और संपूर्ण विश्व के किसी बड़े नेता का जाना सभी को स्तब्ध कर सकता है.
सूर्य ग्रहण के समय क्या काम ना करें (Surya Grahan Mein Kya Karen)
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. अगर आपके घर में कोई गर्भवती महिला है तो उनका खास ध्यान रखें. ग्रहण के समय में किसी भी प्रकार का सिलना, काटना, छीलना, जैसे काम नहीं करने चाहिए और ना ही सब्जी काटनी चाहिए.
ग्रहण लगने से पूर्व तरल पदार्थों में और ऐसे भोज्य पदार्थों में, जिन्हें आपको फिर से खाना हो, तुलसी या दूब घास को रख देना चाहिए.
सबसे महत्वपूर्ण बात कि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) को अपनी आंखों से नहीं देखना चाहिए, नहीं तो इससे आपकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा रहेगा. सूर्य ग्रहण के समय में सोना नहीं चाहिए. ग्रहण के बाद नहाना चाहिए और उसके बाद खाना बना कर फिर खाना खाना चाहिए.
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) के दौरान सूर्य के मंत्र का जाप करना आपको सभी परेशानियों से बचा सकता है. इसके लिए आप ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं. गायत्री मंत्र का जाप करना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
ये भी पढ़ें
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण इन राशि वालों के लिए नहीं है शुभ, बढ़ जाएंगी मुश्किलें
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.