Solar Eclipse 2024: चंद्र ग्रहण और सूर्य दोनों खगोलीय घटनाएं हैं जो चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य की स्थिति के कारण बनती हैं. वैसे तो यह खगोलीय घटना है लेकिन ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण का खास महत्व माना जाता है. सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है इसलिए जब कभी भी सूर्य ग्रहण लगता है तब पृथ्वी पर रहने वाले सभी प्राणियों पर इसका कुछ ना कुछ प्रभाव जरूर पड़ता है. साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जबकि इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर को लगा था. आइए जानते हैं कि साल 2024 में सूर्य ग्रहण कब-कब लगेगा.
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगेगा. हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. यह ग्रहण पश्चिमी यूरोप पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में, आयरलैंड. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. भारत में ना दिखाई देने की वजह से ना तो इसका धार्मिक महत्व होगा और न ही इसका सूतक काल माना जाएगा. यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण यानी कि खग्रास सूर्य ग्रहण होगा, जो मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगेगा.
सूर्य ग्रहण का समय: 8 अप्रैल की रात्रि 09:12 मिनट से मध्य रात्रि 01:25 मिनट तक.
सूर्य ग्रहण की कुल अवधि: 4 घंटे 25 मिनट
साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण
साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगेगा. यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका के उत्तरी भागों, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, आर्कटिक, चिली, पेरू, होनोलूलू, अंटार्कटिका, अर्जेंटीना, उरुग्वे, ब्यूनस आयर्स, बेका आइलैंड, फ्रेंच पॉलिनेशिया महासागर, उत्तरी अमेरिका के दक्षिण भाग फिजी, न्यू चिली, ब्राजील, मेक्सिको और पेरू में दिखाई देगा. यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और हस्त नक्षत्र में लगेगा. इस दिन सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध और केतु स्थित होंगे.
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण एक वलयाकार ग्रहण होगा. यह तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा हो, लेकिन इसकी दूरी धरती से दूर हो. धरती से दूर होने के कारण चंद्रमा छोटा दिखता है.
सूर्य ग्रहण समय: 2 अक्टूबर की रात्रि 09:13 मिनट से मध्य रात्रि 03:17 मिनट पर समाप्त
सूर्य ग्रहण की कुल अवधि: 6 घंटे 04 मिनट
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