नई दिल्ली: साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को पड़ रहा है. इस खगोलीय घटना का भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग असर देखने को मिलेगा. सूर्य ग्रहण देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था के लिए उथल पुथल लेकर आ रहा है. वहीं यह ग्रहण प्राकृतिक आपदाओं का कारण भी बन सकता है.


एस्ट्रॉलॉजर शिल्पा राणा का कहना है कि सूर्य ग्रहण इस बार देश में काफी हलचल पैदा करेगा. ये देश की आंतरिक व्यवस्था को भी प्रभावित करता नजर आ सकता है. सूर्य ग्रहण के कारण देश के कुछ राज्यों में कानून व्यवस्था को चुनौती मिल सकती है. वहीं कुछ राज्यों में उत्पात बने रहने की संभावना है. सूर्य ग्रहण से पैदा होने वाली स्थिति के चलते राजनीति के धुरधंरों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. राजनीति के लिए यह ग्रहण ठीक नहीं है.


ये भी कहा जा रहा है कि सूर्य ग्रहण से तनाव और संकट की स्थिति दिखाई देगी. धार्मिक और राजनीति के प्रभाव देश में आंतरिक कलह को जन्म देंगें. कई शहर इससे प्रभावित रहेंगे. नेताओं के लिए पद से इस्तीफा देने की भी स्थिति दिखाई देगी. कई राज्यों में राजनीतिक उथल पुथल की स्थिति बनेगी.


जानकारों का मानना है कि भारत की छवि उभरेगी, लेकिन राजनीतिक परिदृश्य में परिवर्तन का योग भी बन रहा है. वहीं दुनिया के कई देशों में युद्ध जैसी स्थितियां बनेंगी. इस समय सीमा विवाद जैसे विषयों को बलपूर्वक हल करने का भी योग बन रहा है. अनाज,कपास, गुड़ तिलहन और सोना के साथ साथ अन्य पीली वस्तुओं में तेजी आ सकती है. वहीं रोजमर्रा से जुड़ी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है. खेलकूद के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन होगा.