Astrology, Rahu Mantra, Rahu Upay: राहु (Rahu) को ज्योतिष ग्रंथों में एक पाप ग्रह बताया गया है. पौराणिक ग्रंथ और पुराणों में राहु के बारे में वर्णन मिलता है. राहु को एक मायवी ग्रह बताया गया है. कलियुग में इसका प्रभाव व्यापक बताया गया है. राहु को छाया ग्रह भी माना गया है. इस ग्रह का अपना कोई अस्तित्व नहीं है. 


राहु सदैव वक्री अवस्था में रहता है. राहु को इसलिए भी अशुभ माना जाता है कि क्योंकि ज्योतिष गणना के अनुसार राहु की दशा व्यक्ति को 18 वर्षों तक प्रभावित करती है. इस दशा में व्यक्ति की कुंडली में राहु-केतु से बनने वाला यदि कोई दोष है तो व्यक्ति को जीवन में अत्यंत बुरे परिणाम देखने को मिलते हैं. राहु से बनने वाले अशुभ योग-



  1. कालसर्प दोष (Kaal Sarp Dosh)

  2. पितृ दोष (Pitra Dosh )

  3. गुरु चंडाल दोष (Guru Chandal Dosh)

  4. जड़त्व योग (Jadatva Dosh)

  5. ग्रहण दोष (Grahan Dosh)


राहु और केतु के कारण ही सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की स्थिति बनती है. ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ घटना माना गया है. जिसका प्रभाव देश-दुनिया के साथ मनुष्यों पर भी पड़ता है. ग्रहण से पहले सूतक काल प्रारंभ होता है. सूतक काल में शुभ कार्य नहीं करते हैं. धार्मिक ग्रंथ निर्णय सिंधु में ग्रहण के बाद स्नान करने के बारे में बताया गया है. महाभारत और रामायण की कथा में भी राहु से लगने वाले ग्रहण का वर्णन मिलता है. 


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राहु का स्वभाव (Rahu characteristics)
राहु का स्वभाव शनि की भांति ही बताया गया है. राहु पाप ग्रह के साथ एक क्रूर ग्रह भी है. राहु अशुभ होने पर खतरनाक रोग भी देता है. राहु व्यक्ति को साहसी, चालाक, धूर्त, स्वार्थी, अधिक बोलने वाला, झूठा, वैमनस्य पैदा करना, धर्म को न मानने वाला, राजनीति में रूचि लेने वाला, लडाकू, नशे की आदत आदि ये सभी राहु के स्वभाव के अंर्तगत बताया गया है.




राहु अशुभ हो तो कैसे लगाएं पता? (Symptoms Of Bad Rahu In A Horoscope)
कुंडली में राहु अशुभ हो तो आसानी से पता लगाया जा सकता है. राहु यदि अशुभ है तो ये निम्न प्रकार की दिक्कतें प्रदान करता है-



  • पढ़ाई में बाधा- राहु खराब हो तो ये पढ़ाई में बाधा डालता है. शिक्षा ठीक ढंग से पूरी नहीं हो पाती है. योग्यता होने के बाद भी पूरा लाभ नहीं मिलता है.


  • माता-पिता बात न मानना- राहु अशुभ हो तो व्यक्ति माता-पिता की बात नहीं मानता है, उनका अनादर भी करता है. ऐसा व्यक्ति नई परेशानियों को जन्म देता है, जिस कारण से घर परिवार का सुख चैन नष्ट हो जाता है.

  • गलत संगत- कुंडली में राहु खराब हो तो व्यक्ति गलत संगत में पड़ जाता है. वो अपने लक्ष्य से भटक जाता है. उसे गलत लोगों के बीच रहना, बैठना और खाना अच्छा लगने लगता है. जिस कारण उसकी बदनामी भी होने लगती है.

  • नशे की लत- राहु खराब हो तो व्यक्ति नशा करने लगता है. यहां तक की ड्रग्स भी लेने लगता है. हर प्रकार के नशे करने लगता है. नशे के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं. 

  • एकांत में रहना- राहु खराब हो तो ऐसे लोगों को एकांत में रहना अच्छा लगता है. कमरे में अधिक रोशनी इन्हें पसंद नहीं आती है. साफ सफाई के नियमों का भी पालन नहीं करते हैं. गदंगी बनी रहती है. इन्हें बाल कटाना भी अच्छा नहीं लगता है. काले और नीले रंग के कपड़े अधिक पसंद आते हैं. पानी कम पीते हैं. पहाड़, जंगल, उंचे स्थान, गंदे स्थान पर रहना पसंद करते हैं. इन्हें रात में काम करना अच्छा लगता है.


राहु का उपाय (Rahu Dosh Upay)



  • गोमेद धारण करें.

  • दुर्गापाठ.

  • तेल,तिल, काले वस्त्र आदि का दान करें.

  • कुश डालकर स्नान करें.

  • काले कुत्ते को रोटी खिलाएं.

  • पीपल की पूजा करें.

  • सफेद मलयागिरी चंदन का टुकड़ा नीले रेशमी वस्त्र में लपेटकर बुधवार के दिन धारण करें.

  • कुष्ट रोगियों की सेवा करें.

  • शनिवार को शाम के समय काले कपड़े में एक नारियल और 11 साबुत बादाम बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें.


राहु का मंत्र (Rahu Mantra)- 'ऊं रां राहवे नम:


राहु के आराध्य देव कौन हैं? (Rahu Ishta Devata)
मान्यता के अनुसार ज्ञान की देवी सरस्वती को राहु की इष्ट देवी माना गया है. राहु भ्रम भी है. इसे छाया भी कहा गया है. इन चीजों को ज्ञान से ही मिटाया जाता सकता है. इसलिए जिन लोगों का राहु खराब है, वे ज्ञान और शिक्षा के प्रति समर्पित रहें.


राहु की अशुभता को दूर करने को लगाएं ये पौधे (Plant For Rahu)
राहु जीवन में खराब फल न दें इसके लिए दूर्वा, चंदन, नीम, अनार, पीपल के पौधे लगाने चाहिए.


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