Astrology : ज्योतिष शास्त्र में जहां शुभ योगों के बारे में बताया गया है वहीं अशुभ योगों की भी चर्चा की गई है. शुभ योग जहां पर व्यक्ति को जमीन से आसमान पर बिठा देते हैं वहीं अशुभ योग इसका उल्टा करते हैं. व्यक्ति के पास क्षमता, प्रतिभा होने के बाद भी उसे सफलता पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. ये खतरना योग कौन- कौन से हैं, जानते हैं.


कालसर्प दोष
ज्योतिष शास्त्र में इस योग को सबसे अशुभ योगों में से एक माना गया है. ये खतरनाक योग पाप ग्रह राहु और केतु से मिलकर बनता है. कुंडली के सभी ग्रह जब इन दोनों पाप ग्रहों के बीच में आ जाते हैं तो इस अशुभ योग का निर्माण होता है.


कालसर्प दोष के नुकसान
कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो व्यक्ति को हर कार्य में बाधा का सामना करना पड़ता है. शिक्षा, करियर, जॉब, शादी-विवाह, सेहत और व्यापार आदि में कोई न कोई परेशानी बनी ही रहती है. इस योग के कारण व्यक्ति के छिपे हुए शत्रु बहुत होते हैं जो उसे निरंतर हानि पहुंचाने का काम करते रहते हैं. धन की कमी बनी रहती है. अनावश्यक चीजों में धन का व्यय होता है.


कालसर्प दोष का मंत्र
कुंडली में कालसर्प दोष है तो भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करने से भी लाभ मिलता है-
ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्।


चांडाल योग
कुंडली में राहु-केतु में से जब कोई एक ग्रह गुरु के साथ आ जाता है तो चांडाल योग बनता है. ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ योग माना गया है. इस योग के बनने से गुरु की शुभता में कमी आ जाती है. जब ये अशुभ योग बनता है तो व्यक्ति को शिक्षा प्राप्त करने में मुश्किल आती है. पेट और श्वास से जुड़ा रोग होने की संभवना बढ़ जाती है. आमदनी कम और खर्च अधिक होता है. इसे गुरु चांडाल योग भी कहा जाता है. ये अशुभ योग होने पर व्यक्ति को गुरु और घर के बड़ों का स्नेह और सहयोग प्राप्तद नहीं होता है. 


चांडाल दोष निवारण मंत्र
कुंडली में यदि ये दोष मौजूद है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए. चांडाल दोष के प्रभावों को कम करने के लिए इस मंत्र का जाप करना अच्छा माना गया है-
ओम रांम राहुवै नम: 


Astrology : समझदार और हर काम को सुंदर ढंग से करने वाली होती हैं, जिन लड़कियों की होती हैं ये 'राशि'


Sagittarius Weekly Horoscope : धनु राशि वालों को मानसिक संतुलन रखना बेहद जरूरी, जानिए अपना साप्ताहिक राशिफल