इस राशि वाले शत्रु से नहीं घबराते हैं, समय आने पर देते हैं बड़ी चोट
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसी राशियों भी होती हैं जो शत्रु से बिल्कूल भी भय नहीं खाती हैं, ये राशियां कौन सी हैं आइए जानते हैं.
ज्योतिष: राशि में व्यक्ति का स्वभाव छिपा होता है. ज्योतिष शास्त्र में राशियों के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया गया है. प्रत्येक राशि का अपना स्वभाव होता है. कुछ राशियां ऐसी भी होती हैं जो संकट और शत्रु से नहीं घबराती हैं. ये अपने शत्रु को समय आने पर करारा जबाव भी देती हैं. ये राशियां कौन सी हैं, जानते हैं.
मेष राशि (Aries)- मेष राशि जिन लोगों की होती है, उन्हें क्रोध अधिक आता है. मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है. मंगल का स्वभाव उग्र माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति माना गया है. युद्ध और ऊर्जा आदि के कारक मंगल ही हैं. इसे भूमि पुत्र भी कहा गया है. मंगल जब मेष राशि की कुंडली में शुभ और बलवान होता है तो ऐसे लोग साहसी होते हैं. संकटों से घबराते नहीं है. ये अपने शत्रु से पराजित नहीं होते हैं. ये शत्रुओं का डटकर मुकाबला करते हैं. मेष राशि वाले योजना बनाकर कार्य करते हैं. यही कारण है कि शत्रु इनकी चालों को आसानी से समझ नहीं पाता है. ये समय आने पर अपने दुश्मन को करारा जबाव देते हैं. ऐसे लोगों को अनावश्यक क्रोध से बचना चाहिए. अपनी संगत को ठीक रखना चाहिए और अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना चाहिए. जिन लोगों का नाम चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ अक्षर से आरंभ होता है, उसकी राशि मेष होती है.
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सिंह राशि (Leo)- सिंह राशि वालों को क्रोध अधिक आता है. इनके स्वभाव को समझना थोड़ा मुश्किल होता है. दूसरे लोग अक्सर इन्हें घंमडी समझने की भूल भी करते हैं. लेकिन वास्तविकता में इनका स्वभाव नारियल की तरह होता है, यानि ऊपर से सख्त और भीतर से नरम. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सिंह राशि का स्वामी सूर्य है. सूर्य को आत्मविश्वास का कारक माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का आत्मा भी बताया गया है. सूर्य सभी ग्रहों के राजा हैं. जिन लोगों की सिंह राशि होती है उन्हें आदेश देना अच्छा लगता है. इनके अधिकारों का कोई अतिक्रमण करे, ये इन्हें कतई अच्छा नहीं लगता है. इनकी जीवनशैली एक राजा की तरह होती है. शत्रु के मामले में ये बहुत ही सतर्क रहते हैं और अपने शत्रु का माफ नहीं कर पाते हैं. ये जिसे भी एक बार शत्रु मान लेते हैं उसे सबक अवश्यक सिखाते हैं. सिंह राशि वालों अहंकार और वाणी दोष से बचना चाहिए. जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से शुरु होता है, उनकी राशि सिंह होती है.
वृश्चिक राशि (Scorpio)- वृश्चिक राशि वाले अपनी धुन के पक्के होते हैं. इन्हें दूसरों के मामले में टांग अड़ाना अच्छा नहीं लगता है. दूसरे से भी यही उम्मीद करते हैं. यदि इन्हें कोई परेशान करता है या कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रयास करता है तो उसे ये सहज माफ नहीं कर पाते हैं. और सबक सिखाते हैं. ये शत्रु नहीं डरते हैं. ये किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य को पाने के लिए संघर्ष करते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं. इनके मन में क्या चल रहा है इसका आसानी से पता नहीं लगाया जा सकता है. ये अपनी योजनाओं को गुप्त रखने में माहिर होते हैं. यही कारण है कि शत्रु इनसे भय खाते हैं. जिन लोगों का नाम इन अक्षर तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू से आरंभ होता है, उनकी राशि वृश्चिक होती है.
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