Puja Path Rules: पूजा करते समय अगर आप भी करते हैं अगरबत्ती का इस्तेमाल, तो हों जाएं सावधान
Puja Path: धर्म शास्त्रों के अनुसार बांस से निर्मित अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से घर में गरीबी का निवास होता है.
Puja Path Rules: पूजा-पाठ अगरबत्ती के बिना पूरी ही नहीं होती है. इसकी खुशबू से पूरा वातावरण सकारात्मक हो जाता है. लेकिन शायद ये बात कम लोग जानते हैं कि पूजा-पाठ में अगरबत्ती जलाना धार्मिक दृष्टिकोण से अशुभ माना जाता है. एक्सपर्ट मनोज श्रीवास्तव कहते हैं कि बांस को वास्तु शास्त्र में बहुत शुभ माना जाता है और वास्तु दोष दूर करने के लिए बांस का पौधा रखने की सलाह भी दी जाती है.अगरबत्ती बनाने में बांस की लकड़ी का उपयोग होता है, इसलिए पूजा के समय अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए. अगरबत्ती जलाने से जीवन में कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं.
- फेंगशुई के मुताबिक बांस जलाने से व्यक्ति के भाग्य का नाश होता है, क्योंकि बांस का पौधा सौभाग्य लाने वाला है.
- हिन्दू धर्म में बांस को वंश का प्रतीक माना गया है. इसलिए बांस को जलाना अपने पारिवारिक वंश को नुकसान पहुंचाने जैसा है.
- कई ग्रन्थों में यह भी लिखा गया है कि बांस को जलाने से पितृ दोष लगता है.
- वैज्ञानिक तथ्यों की बात करें तो अगरबत्ती के धुएं से श्वास संबंधी परेशानी होती है.
- अगरबत्ती की सींक केमिकल पदार्थों का लेप लगाकर बनाई जाती है, इसलिए इसका धुंआ सेहत के लिए नुकसानदायक है.
- शास्त्रों में कहीं पर भी अगरबत्ती के जलाने का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है हर जगह धूपबत्ती की ही बात कही गई है.
- बांस का इस्तेमाल शुभ कार्यों में जैसे- जनेऊ, मुंडन और शादी का मंडप बनाने में किया जाता है. इसलिए इसको जलाना किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
ये भी पढ़ें :- Pradosh Vrat Katha : इस कथा को पढ़ने और सुनने के बाद ही मिलेगा प्रदोष व्रत का फल