Budh Gochar 2024: महान ग्रह बुध 31 मई से 14 जून तक वृषभ राशि में रहेंगे. उसके बाद मिथुन राशि में चले जाएंगे. बुद्धि, वाणी, व्यापार और तकनीक के ग्रह बुध शुक्रदेव के स्वामित्व वाली राशि वृषभ में गोचर कर रहे हैं. वृषभ राशि में पहले से ही सूर्य, शुक्र और गुरु पहले से मौजूद हैं. इस तरह वृषभ राशि में चार ग्रहों की युति से चतुर्ग्रही योग बन रहा है. ज्योतिष में चतुर्ग्रही योग को बहुत ही शुभ माना जाता है.


वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, भोग-विलास, आकर्षण, सौंदर्य और कला का कारक ग्रह माना गया है जबकि बुध को बुद्धि, व्यापार और संचार का कारक ग्रह होता है.  ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध और शुक्र की बीच मित्रता का भाव रहता है. इस तरह से बुध के अपने मित्र की राशि में गोचर करने कुछ राशि के जातकों को करियर में अच्छा लाभ मिल सकता है.


बुध को बुद्धि और वाणी का कारक ग्रह माना जाता है. बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं और मीन राशि मंद नीचराशिगत तथा कन्या राशि उच्चराशिगत संज्ञक माने जाते हैं.


बुध है नपुंसक ग्रह


बुध पुरुष ग्रह होने के बावजूद नपुंसक ग्रह कहलाता है. अर्थात यह जिस ग्रह के साथ बैठ जाए उसकी तरह व्यवहार करने लगता है. वक्री बुध यदि किसी खराब ग्रह के साथ बैठ गया और उसके खराब फल में वृद्धि हो जाती है.


बुध का वैदिक मंत्र (Budh Mantra)


ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च।


अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत।।


बुध का तांत्रिक मंत्र


ॐ बुं बुधाय नमः


बुध का बीज मंत्र


ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः


क्या होगा असर


शुक्र ग्रह के पास अमृत संजीवनी है और शुक्र हमेशा पृथ्वी के साथ है. इस कारण बुध के वृषभ राशि में आने से एलर्जी इंफेक्शन संक्रमण के रोगों में कमी आयेगी. बुध के राशि परिवर्तन से लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी.


शेयर मार्केट (Share market) बढ़ने की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम होंगे. बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है. खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है. बिजनेस (Business) करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है. कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं.


बुध के उपाय (Budh ke Upay)


बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. करियर में लाभ पाने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति (Ganpati) को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.


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