Guru Asta 2024: शादी-विवाह के कार्यों पर रोक लगने वाली है. मई-जून (May-June 2024) के महीने में विवाह संस्कार जैसे मांगलिक कार्य करना संभव नहीं होगा, जिस कराण शहनाई नहीं बज पाएगी. कब से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त आरंभ हो रहे हैं, जानते हैं.
बीते 1 मई 2024 को गुरु यानि बृहस्पति ग्रह ने राशि परिर्वतन किया है. जो गुरु अभी तक मेष राशि में गोचर कर रहे थे वे अब शुक्र की राशि वृष में गोचर कर रहे हैं.
वृष राशि में गुरु का यह गोचर 12 साल बाद हुआ है. लेकिन पंचांग के अनुसार गुरु की स्थिति में एक बार फिल बड़ा बदलाव होने जा रहा है. जल्द ही गुरु ग्रह अस्त (Guru Ast 2024) अवस्था में जाने में वाले हैं.
मान्यता है कि जब गुरु अस्त होते हैं तो विवाह आदि जैसे मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. यही कारण है कि इस दौरान हिंदू धर्म में शादी विवाह की रस्मों पर रोक लग जाती है. लोग गुरु के उदित होने का इंतजार करते हैं.
गुरु अस्त कब हो रहे हैं? (Guru Asta 2024 Date)
पंचांग के अनुसार गुरु ग्रह (Jupiter) 7 मई, 2024 को शाम 7.36 मिनट पर अस्त हो जाएंगे. गुरु ग्रह वृषभ राशि (Taurus) में अस्त होगें. गुरु 6 जून, 2024 बृहस्पतिवार को सुबह 4.36 मिनट पर उदित होगें. ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु ग्रह कुल 30 दिन तक अस्त रहेंगे.
गुरु अस्त होने पर क्यों नहीं करते मांगलिक कार्य?
पौराणिक ग्रंथों में बृहस्पति को देवताओं का गुरु बताया गया है, ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को सबसे बड़ा ग्रह का दर्जा दिया गया है. इनका संबंध भाग्य, संतान, विवाह, उच्च पद, ज्ञान, धर्म, धन आदि से है.
इसलिए गुरु के अस्त होने को शुभ नहीं माना जाता. क्योंकि ऐसी मान्यता है कि जब कोई ग्रह अस्त होता है तो उसकी शक्ति में कमी आ जाती है. यही कारण है कि विवाह, सगाई, गृह प्रवेश आदि जैसे शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.
गुरु अस्त क्यों होते हैं?
किसी भी ग्रह का अस्त होना एक खगोलीय घटना मानी जाती है. हर साल कुछ दिनों के लिये आकाश में कोई-कोई ग्रह दिखायी नहीं देता है क्योंकि वह सूर्य के पास आ जाता है, जिसकी वजह से इसे ग्रह-अस्त या ग्रह-लोप कहा जाता है. शादी विवाह जैसे कार्यों में ग्रहों की शुभ स्थिति को वरियता प्रदान की गई है.
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