Guru Vakri 2024 Rashifal: देव गुरु बृहस्पति शत्रु की राशि में हुए वक्री, सभी राशियों को करेंगे प्रभावित
Guru Vakri 2024 Rashifal: देव गुरु बृहस्पति जब वक्री होते हैं, तो इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. मई में गुरु वृषभ में प्रवेश हुए थे और अब नवरात्रि (Navratri) के दौरान इसी राशि में वक्री हुए हैं.
Guru Vakri 2024 in Taurus: ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shasta) में नवग्रहों में गुरु ग्रह को महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है, क्योंकि बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है, जो किसी राशि (Rashi) में एक साल तक भ्रमण करते हैं. शनि (Shani Dev) के बाद गुरु (Jupiter) ऐसे ग्रह हैं जो किसी राशि में लंबे समय तक रहते हैं.
गुरु का गोचर 5 मई 2024 को वृषभ राशि में हुआ था और अब इसी राशि में गुरु उल्टी चाल चलेंगे यानी वक्री (Jupiter Retrograde 2024) होंगे. गुरु का वक्री होना या मार्गी होने का प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग तरह से पड़ता है. इसके साथ ही कुंडली (Kundli) में गुरु की दशा-महादशा के अनुसार भी गुरु व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं.
फिलहाल गुरु 9 अक्टूबर 2024 को शुक्र (Venus) की राशि वृषभ (Vrishabh Rashi) में वक्री होंगे, जोकि उनकी शत्रु राशि है. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, देव गुरु बृहस्पति जहां परमार्थ के प्रतीक हैं तो वहीं दैत्याचार्य शुक्र स्वार्थ के कारक हैं. वहीं वृषभ स्थिर राशि है.
ऐसे में जब इस राशि में गुरु वक्री होंगे तो संभवत: कई राशियों के लोगों के जीवन में स्थायित्व आएगा. लेकिन जिनकी कुंडली में गुरु शुभ स्थिति में नहीं होंगे, उन्हें इस दौरान कुछ समस्याएं हो सकती हैं. आइये जानते हैं वृषभ राशि में कब तक रहेंगे वक्री, किन राशियों को प्रदान करेंगे सुख और किन्हें देंगे कष्ट.
गुरु कब तक रहेंगे वक्री (Jupiter Retrograde 2024 Date and Time)
देवगुरु बृहस्पति शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2024) के सप्तमी तिथि को बुधवार 9 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12 बजकर 33 मिनट पर वृषभ राशि में वक्री होंगे और मंगलवार 4 फरवरी 2025 तक इसी अवस्था में रहेंगे. उसके बाद मार्गी हो जाएंगे. पूरे 119 दिन तक वक्री अवस्था में रहकर गुरु सभी राशियों के जीवन को प्रभावित करेंगे.
गुरु वक्री का सभी 12 राशियों पर प्रभाव (Guru Vakri 2024 Rashifal)
मेष राशि (Aries): मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का व्रकी होना शुभ फलदायी साबित हो सकता है. इस समय आपके कार्यों में गति आएगी, मन प्रसन्न रहेगा और सफलता कदम चूमेगी.
वृषभ राशि (Taurus): देव गुरु आपकी राशि में ही वक्री हो रहे हैं. ऐसे में आपकी शारीरिक और मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं. लेकिन प्रेम संबंधों की दृष्टि से गुरु आपको शुभ फल प्रदान करेंगे और संबंधों में मधुरता आएगी.
मिथुन राशि (Gemini): मिथुन राशि वालों के लिए भी गुरु का वक्री होना शुभ साबित होगा. इस समय धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं, मान-सम्मान में वृद्धि होगी और मन प्रसन्न रहेगा.
कर्क राशि (Cancer): इस राशि के लोगों को गुरु वक्री के दौरान थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत रहेगी. क्योंकि गुरु व्रकी होकर आपके करियर, सेहत और परिवारिक रिश्तों पर असर डालेंगे. इसलिए कटु शब्दों के प्रयोग से बचें.
सिंह राशि (Leo): सिंह राशि वालों को भी गुरु वक्री होकर बहुत अधिक शुभ फल नहीं देंगे. इस दौरान मानसिक परेशानी बढ़ेगी, बोझिल और थकान भरी यात्राएं करनी पड़ सकती हैँ. साथ ही राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में भी नुकसान की संभावना रहेगी.
कन्या राशि (Virgo): गुरु व्रकी का प्रभाव आपके संबंधों पर पड़ेगा. खासकर व्यापारिक संबंध कमजोर होंगे, जिससे आर्थिक स्थिति में डमाडोल रहेगी. ऐसे में आपको धैर्य से काम लेने की जरूरत है.
तुला राशि (Libra): गुरु आपकी राशि के अष्टम भाव में वक्री होंगे, जिससे आपको वाहन चलाते समय विशेष सावधानी रखने की जरूरत है. सेहत और खान-पान का भी ध्यान पखें.
वृश्चिक राशि (Scorpio): गुरु आपकी राशि से सप्तम भाव में वक्री होकर आपके वैवाहिक, राजनीतिक और प्रेम संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेंगे, जिससे यह समय आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा रहेगा. धन के निवेश में बहुत सावधानी रखें.
धनु राशि (Sagittarius): गुरु वक्री का प्रतिकूल प्रभाव आपके सेहत पर पड़ सकता है, क्योंकि गुरु आपकी राशि से छठे भाव में वक्री होंगे. साथ ही संतान को कष्ट हो सकता है. आगर आप राजनीति क्षेत्र में हैं तो बहुत सावधानी से अपना काम करें.
मकर राशि (Capricorn): आपकी राशि से पंचम भाव में गुरु व्रकी होकर आपके निजी जीवन, संतान, शिक्षा आदि के लिए कुछ परेशानी खड़ी कर सकते हैं.
कुंभ राशि (Aquarius): गुरु का वक्री होना कुभ राशि वालों के लिए बहुत ही शुभ साबित होगा. इस समय आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. विभिन्न क्षेत्रों में सफलता मिलेगी और रुके हुए कामों में गति आएगी.
मीन राशि (Pisces): मीन राशि वालों के लिए गुरु का वक्री होना बहुत ज्यादा शुभ नहीं रहेगा. इस समय संबंध कमजोर हो सकते हैं और कार्यों में बाधाएं उत्पन्न हो सकती है.
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