Guru Gochar 2024 Highlights: गुरु का हुआ राशि परिवर्तन, अब इन राशियों की होगी बल्ले-बल्ले
Guru Gochar 2024 Highlights: गुरु का राशि परिवर्तन (Jupiter Transit 2024) हो चुका है. मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन राशि सहित देश-दुनिया पर भी प्रभाव पड़ेगा.
सिंह राशि (Leo)- आप शानदार प्रदर्शन करेंगे.कहीं से गुप्त धन का लाभ और पैतृक संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है. इसके साथ ही किसी प्रकार की विरासत मिलना या फिर आक्समिक धन लाभ होने के भी योग बनेंगे. आप कोई अच्छी संपत्ति भी खरीद सकते हैं. खर्चों पर नियंत्रण रखें नहीं तो परेशानी बढ़ सकती है. कर्ज से दूरी बनाएं.
वृश्चिक राशि (Scorpio)- व्यापार से लाभ होगा. आर्थिक उन्नति मिलने के पूरे योग बने हुए हैं. जो भी व्यावसायिक योजनाएं बनाकर रखी हैं वे भी सफल हो सकती हैं. धन लाभ के योग बनेगें. आय में भी बढ़ोतरी होगी. धन आने के नए रास्ते खुलेंगे. अच्छी नौकरी का ऑफर आ सकता है.
कुंभ राशि (Aquarius)- कुंभ राशि वालों को पैतृक संपत्ति का लाभ प्राप्त हो सकता है. लाइफ में खुशहाली आएगी. धर्म-कर्म के कामों से मान सम्मान और यश में वृद्धि होगी. आर्थिक विकास होगा. फैमली की इच्छाओं की पूर्ति के लिए खूब धन खर्च करेंगे. विदेश यात्रा के योग भी बने हैं. लंबे समय से परेशान किसी कर्ज से छुटकारा मिलेगा.
आज 1 मई 2024, को देव गुरु बृहस्पति वृष राशि में आ चुके हैं. लेकिन पूरी तरह से इस गोचर के लाभ मिलने अभी बाकी हैं. मई में एक अद्भूत संयोग देखने के मिलेगा. जो 12 साल बाद आ रहा है. पंचांग के अनुसार और 19 मई 2024, को भोग विलास के कारक शुक्र ग्रह का गोचर अपनी ही राशि यानि वृष राशि में होगा.
वृष राशि में पहले से ही गुरु के मौजूद होने से, यहां गुरु और शुक्र की युति बनेगी. गुरु का संबंध जहां उच्च पद, राजनीति, उच्च ज्ञान, प्रशासन, शिक्षा आदि से है वहीं प्रेम, लग्जरी लाइफस्टाइल, गैजेट्स, ट्रैवल, होटल, फिल्म, फैशन, गारमेंट्स आदि से शुक्र ग्रह का गहरा नाता है.
जब ये दोनों ग्रह एक साथ आएंगे तो इन क्षेत्रों में विशेष परिवर्तन और प्रभाव देखने को मिलेगा. कुछ राशियों को इससे जबरदस्त लाभ प्राप्त होगें. जीवन की दशा और दिशा बदल जाएगी.
गुरु गोचर (Guru Gochar 2024) का अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर व्यापक असर देखने को मिलेगा, ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ज्योतिषीय गणना के आधार पर इसे किस तरह से देखते हैं आइए जानते हैं-
बृहस्पति यानि गुरु के राशि परिवर्तन से लंबे समय से ऑफिस में प्रमोशन (Promotion in Job) का इंतजार करने वाले लोगों को अच्छी ख़बर मिल सकती है. वहीं जो लोग ट्रांसफर के लिए प्रयास कर रहे थे, उन्हें भी सफलता मिल सकती है.
इस समय पूरे देश में राजनीति चरम पर है, लोकसभा चुनाव (Lok Sabha 2024) का माहौल पूरे सबाब पर है. आज के गुरु गोचर (Jupiter transit 2024) से राजनीति से जुड़े कुछ लोगों को जनता का सहयोग मिल सकता है.
बुद्धि और ज्ञान बढ़ेगा, कुछ नया सीखने को मिलेगा, सेहत संबंधी परेशानियां भी कम हो सकती है. जॉब-बिजनेस (Job-Business) और अन्य कई मामलों में निष्पक्ष फैसले भी होने के योग बन रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Trade) में वृद्धि के साथ शेयर बाजार (Share Market) फिर से बढ़ने की भी संभावना रहेगी. इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होने के योग बनेंगे.
गुरु ग्रह को धनु व मीन राशि का स्वामी माना गया है. गुरु यानि बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है. बृहस्पति 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी हैं.
सनातन धर्म में गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव को समर्पित होता है. इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु संग देवगुरु बृहस्पति की पूजा-उपासना की जाती है.
जिन लोगों की कुंडली में गुरु अशुभ हैं उन्हें विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए.
एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर अनीष व्यास के अनुसार, जानें मकर, कुंभ, मीन राशि वालों का राशिफल
- मकर राशि (Capricorn)- आपको उच्च शिक्षा में सफलता, अविवाहितों को विवाह आदि सुखों की प्राप्ति होगी, श्रेष्ठजनों से सम्पर्क, लाभ व उन्नति के अवसर मिलेंगे, परन्तु अनुकूल परिणाम पाने के लिए विशेष प्रयास भी करना पड़ेगा.
- कुंभ राशि (Aquarius)- आपकी सूझ-बूझ, प्रयास और परिश्रम ही परेशानियों को कम करेगी, जिससे वाद-विवाद से बचाव और सुख-साधनों में कमी नहीं आएगी. आर्थिक लेन- देन के प्रति सचेत रहें.
- मीन राशि (Pisces)- विशेष प्रयास के बाद ही सफलता आपको प्राप्त होगी. नौकरी, व्यवसाय में परिवर्तन, मानसिक अशांति प्रस्तुत कर सकता है. सही निर्णय ही आपको सफलता दिलाएगा.
एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर अनीष व्यास के अनुसार गुरु गोचर इन 3 राशियों के लिए विशेष है-
- तुला राशि (Libra)- आपको मानसिक अशांति, मतिभ्रम, स्थान परिवर्तन, घरेलु उलझनें बनी रहेंगी. नए प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है जो एक वर्ष के बाद सार्थक परिणाम दिलाऐंगे. यात्रा में सावधानी बरतें.
- वृश्चिक राशि (Scorpio)- आपको धन लाभ एवं सवारी आदि सुखों की प्राप्ति होगी. पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि एवं सम्मान आदि का सुख प्राप्त होगा. विचारों में परोपकार की भावना उदय होगी.
- धनु राशि (Sagittarius)- आपके अनावश्यक परेशानियां और खर्चे बढ़ सकते हैं. रोग और शत्रु आप पर हावी हो सकते हैं. अतः सावधानी पूर्वक कार्य व्यवहार करें. परिस्थिवश निकट बन्धुओं से व्यथा, तकरार पैदा होने की संभावनाएं हैं.
एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर अनीष व्यास के अनुसार राशियों का राशिफल (Rashifal)-
- कर्क राशि (Cancer)- आपके लिए गुरु शुभ और सर्व सिद्धि कारक हैं. लाभ व उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे, धन, भूमि, सवारी आदि सुखों में वृद्धि होगी, कार्यों में सफलता प्राप्त होगी.
- सिंह राशि (Leo)- आपको कठोर श्रम से ही कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी. कार्य, व्यवसाय में कुछ उलझनों के बाद धन प्राप्ति होगी, अनावश्यक तनाव स्वास्थ्य कष्ट का कारण बन सकता है.
- कन्या राशि (Virgo)- गुरु को यह गोचर, कन्या राशि वालों को श्रेष्ठ स्थिति की ओर आपकी योग्यता अनुसार ले जाने का प्रयास करेगा. नवम भाव का गुरु कार्यों में सफलता, लाभ व उन्नति के अवसर प्रदान करता है.
बृहस्पति ग्रह (Jupiter) 12 महीने तक लगभग एक राशि में रहते हैं. लगभग एक साल बाद गुरु आज वृषभ राशि में पधारे हैं. इसका आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा. ज्योतिषाचार्य से आइए जानते हैं राशिफल (Horoscope In Hindi).
एस्ट्रोलॉजर डॉक्टर अनीष व्यास के अनुसार-
- मेष राशि (Aries)- आपके लिए गुरु का गोचर शुभप्रद है, धन लाभ व उन्नति के अवसर, शुभ कार्यों पर खर्च, उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क बढ़ेगा, जिससे नए लाभप्रद मार्ग एवं परियोजना सामने आएंगी.
- वृषभ राशि (Taurus)- आय कम, खर्च अधिक होंगे. धर्म का पालन करने से लाभ के अवसर बनेंगे. शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतें. पारिवारिक दायित्व के निर्वाह में संघर्ष रहेगा.
- मिथुन राशि (Gemini)- स्वास्थ्य के प्रति आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी. अनावश्यक वाद-विवाद में न उलझें. धन व्यय की अधिकता रहेगी, बनते कामों में विघ्न न पैदा हों इसके लिए सोच-समझकर ही निर्णय लें.
वृषभ राशि (taurus) में गुरु ने प्रवेश कर लिया है. बेहद शुभ घड़ी में गुरु ने राशि परिवर्तन (Guru Rashi Parivartan 2024) किया है. पंचांग (Panchang) के अनुसार जिस समय गुरु ने वृषभ राशि में राहुकाल (Today Rahu Kaal) का समापन हुआ ही था. 1 मई को राहुकाल का समय 12:18:20 से 13:57:55 तक था. गुरु ने ठीक 02 बजकर 29 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश किया. पंचांग अनुसार 'शुभ योग' में गुरु का राशि परिवर्तन हुआ है. जिसके परिणाम शुभ आ सकते हैं.
हिंदू पंचांग (Panchang) के अनुसार गुरु (Guru Grah) कुछ ही देर में मेष राशि (Mesh Rashi) को छोड़कर शुक्र की राशि वृषभ में प्रवेश करने जा रहे है. 12 साल बाद गुरु, वृषभ राशि में आ रहे हैं. दुनियाभर के एस्ट्रोलॉजर इस राशि परिवर्तन को लेकर उत्सुक हैं. गुरु को सभी 9 ग्रहों में अतिशुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है.
बैकग्राउंड
Guru Gochar 2024 Highlights: मई 2024 का पहला दिन यानि 1 मई (1 May 2024) को इस साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन हो चुका है. बृहस्पति ग्रह ने अपनी राशि बदल दी है. सभी 12 राशियों पर इसका विशेष प्रभाव देखने को मिलेगा-
- मेष (Aries)
- वृषभ (Taurus)
- मिथुन (Gemini)
- कर्क (Cancer)
- सिंह (Leo)
- कन्या (Virgo)
- तुला (Libra)
- वृश्चिक (Scorpius)
- धनु (Sagittarius)
- मकर (Capricornus)
- कुम्भ (Aquarius)
- मीन (Pisces)
इन राशियों के साथ देश-दुनिया पर भी गुरु गोचर (Guru Gochar 2024) का व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा. ज्योतिष ग्रंथों में गुरु को एक विशेष ग्रह का दर्जा दिया गया है. जिसका संबंध ज्ञान, प्रशासन, शासन, राजनीति, उच्च शिक्षा, धर्म आदि से है. सेहत की बात करें तो पेट संबंधी और खान पान आदि का भी कारक गुरु को ही बताया गया है.
पौराणिक कथाओं में बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु बताया गया है. भारतीय समयानुसार आज यानि 1 मई 2024, बुधवार के दिन गुरु दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर राशि परिवर्तन करेगें. ये राशि परिवर्तन इसलिए भी विशेष है कि क्योंकि ये साल 2024 का पहला सबसे बड़ा राशि परिवर्तन है.
एक अन्य विशेष बात ये भी है कि देवताओं के गुरु, असुरों के गुरु शुक्र की राशि 'वृषभ' में गोचर कर रहे हैं, जो पंचांग अनुसार 12 साल बाद पुन: ऐसा संयोग बन रहा है. शुक्र का संबंध जहां भोग विलास, मनोरंजन, व्यय, फैशन, प्रेम आदि से ही वहीं गुरु को नियम, अध्यात्म, नॉलेज आदि का कारक बताया गया है. ऐसे में इस गोचर का आपकी राशि पर क्या असर होगा, ये देखने वाली बात होगी.
गुरु (Guru) का शुक्र ग्रह से संबंध सम है. यानि न मित्रता वाला और न ही शत्रुता वाला. इसलिए गुरु का गोचर, कुछ राशि वालों के लिए अतिशुभ तो कुछ के लिए ये अशुभ फल लेकर आ सकता है. इसलिए गुरु के उपाय आवश्यक हो जाते हैं. रंगों में पीला रंग बृहस्पति का रंग बताया गया है. दिन की बात करें तो बृहस्पतिवार का दिन गुरु को समर्पित है. भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से गुरु शुभ फल प्रदान करते हैं और इसकी अशुभता दूर होती है.
कुंडली (Kundli) में गुरु की स्थिति का भी अध्ययन करना चाहिए. क्योंकि कुंडली में इसकी शुभ-अशुभ स्थिति के आधार पर ही गुरु के इस गोचर का प्रभाव देखने को मिलेगा.
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