एक्सप्लोरर

Gochar 2024: मंगल-शुक्र गोचर का सितंबर में भारतीय राजनीति और विश्व पटल पर कैसे प्रभाव पड़ेगा, जानिए

Gochar 2024: अगस्त के अंतिम सप्ताह में शुक्र (Venus) और मंगल ग्रह का गोचर हुआ. जानें इन ग्रहों के गोचर का प्रभाव भारत की राजनीति, जनता, शेयर मार्केट (Share Market) आदि पर कैसा प्रभाव पड़ेगा.

Rashi Parivartan 2024: शुक्र और मंगल (Mangal Gochar 2024) का राशि परिवर्तन हो चुका है. शुक्र देव (Venus) अपनी नीच राशि में प्रवेश कर चुके हैं और केतु (Ketu) से युति बना ली है. बृहस्पति की पांचवी दृष्टि शुक्र पर है. वहीं मंगल देव का प्रवेश मिथुन राशि (Mithun Rashi) में हो चुका है और मंगल देव की चौथी दृष्टि शुक्र केतु की युति पर है.

ज्योतिष (Astrology) के माध्यम से जानते हैं कि इस शुक्र और मंगल के गोचर का विश्व पटल पर क्या प्रभाव रहेगा. खासकर राजनीतिक (Indian Politics) क्षेत्र में किस तरह के बदलाव या विकास देखने को मिल सकते हैं और सरकार चला रही पार्टी पर विपरीत पार्टी का क्या प्रभाव रहेगा. साथ ही शेयर मार्केट की क्या स्थिति रहेगी और सरकार के प्रति जनता का रुख कैसा रहेगा.

केंद्र सरकार पर शुक्र-मंगल गोचर का प्रभाव (Effect of Venus-Mars transit on the central government)

केंद्र में सरकार अपनी पकड़ बनाए रखेगी. लेकिन सितंबर 2024 का महीना विपक्ष को कुछ मजबूती प्रदान करने वाला है जोकि केंद्र सरकार के नाक में दम कर सकता है. इस समय केंद्र में भाजपा (BJP) सरकार को सावधान रहने को आवश्यकता है, व्यर्थ के बड़े बोल जनता को निराश कर सकते हैं. केंद्र सरकार में किसी बड़े नेता या मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ दिक्कत परेशानी के योग दृष्टिगोचर होते या कोई बड़ा नेता मंत्री इस्तीफा भी दे सकता है.

केंद्र सरकार और विदेश

मंगल तथा शुक्र का यह गोचर विदेश के साथ भारत के संबंधों को लेकर कुछ परेशानी युक्त प्रतीत होता है. इसमें यूक्रेन ब्रिटेन और अमेरिका (US) से केंद्र सरकार को कुछ परेशानियां आ सकती हैं तथा आर्थिक स्तर पर कोई झटका केंद्र सरकार को झकझोर देगा. आयात-निर्यात के संबंधों में कटुता का सामना करना पड़ सकता है.

जनता पर शुक्र-मंगल गोचर का प्रभाव

जनता सितंबर महीने में सरकार से संतुष्ट महसूस नहीं करेगी तथा कुछ अनुचित नीतियों से परेशान होकर जनता विरोध कर सकती है, जिसका अनुचित लाभ उठाकर विघटनकारी तत्व दंगे या हिंसात्मक घटना को अंजाम भी दे सकते हैं. विशेष तौर पर राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब तथा गुजरात जैसे क्षेत्र में राजनीतिक वातावरण काफी अधिक उथल-पुथल भरा रहे सकता है. साधारण जनता का भी सरकार प्रति आक्रोश देखने को मिलेगा.

शुक्र-मंगल गोचर का शेयर मार्केट पर प्रभाव-

मंगल और शुक्र के राशि परिवर्तन के कारण शेयर मार्केट (Share Market) में 3 सितंबर से लेकर 14 सितंबर तक गिरावट और चढ़ाव की सामान्य स्थिति रहेगी. सोने तथा चांदी की कीमतों में भी उछाल आ सकता है.

विश्व के प्रसिद्ध देश अमेरिका के साथ सम्बन्ध -

विश्व के प्रसिद्ध देश में अमेरिका पहले स्थान पर आता है. वैसे तो गोचर (Gochar 2024) में अमेरिका से भारत सरकार के कुछ मतभेद नजर आ रहे हैं. लेकिन जब अंतरिक्ष संबंधित मामलों के विषय को देखा जाएगा तो भारत तथा अमेरिका की अच्छी साझेदारी देखने को मिलती रहेगी. साथ ही प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में भी दोनों की साझेदारी अच्छी रहेगी तथा यह साझेदारी आर्थिक स्थिति को नए शिखर पर पहुंचा सकती है.

ये घटनाएं सितंबर महीने के अंत में शुरू होने की संभावना है. अमेरिका के द्वारा यूरोपीय तथा मुस्लिम देशों में युद्ध का वातावरण बनाने की शुरुआत भी की जा सकती है. किसी न किसी प्रकार अमेरिका कोई ना कोई फसाद का बीज इन देशों के बीच में बो देगा.

ये भी पढ़ें: Janmashtami 2024: जन्माष्टमी के दिन जन्मे बच्चे कैसे होते हैं, द्वापर संयोग से क्या लाभ मिलता है

[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. यह ज़रूरी नहीं है कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.]

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से पहले नाना पटोले का बड़ा दावा, 'हरियाणा में जो नुकसान हुआ वो...'
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से पहले नाना पटोले का बड़ा दावा, 'हरियाणा में जो नुकसान हुआ वो...'
Shah Rukh Khan Death Threat: शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
BGT 2024: टेस्ट क्रिकेट की बेस्ट प्लेइंग XI आई सामने, विराट कोहली समेत 4 भारतीय खिलाड़ियों को जगह
टेस्ट क्रिकेट की बेस्ट प्लेइंग XI आई सामने, विराट कोहली समेत 4 भारतीय खिलाड़ियों को जगह
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?बाबा बागेश्वर की 'सनातन हिन्दू एकता' पदयात्रा शूरू | ABP NewsSuman Indori: OMG! 😱 Suman के सामने आई Devika की साजिश, क्या ससुर के सामने लाएगी असली चेहरा? #sbsढाई आखर कास्ट ने की एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, 'तीर्थाटन के बाद' नोवल, और घरेलू हिंसा पर बात

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
'बैलिस्टिक मिसाइल हमले पर चुप रहना', जब रूसी प्रवक्ता को लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया कॉल
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से पहले नाना पटोले का बड़ा दावा, 'हरियाणा में जो नुकसान हुआ वो...'
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से पहले नाना पटोले का बड़ा दावा, 'हरियाणा में जो नुकसान हुआ वो...'
Shah Rukh Khan Death Threat: शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
BGT 2024: टेस्ट क्रिकेट की बेस्ट प्लेइंग XI आई सामने, विराट कोहली समेत 4 भारतीय खिलाड़ियों को जगह
टेस्ट क्रिकेट की बेस्ट प्लेइंग XI आई सामने, विराट कोहली समेत 4 भारतीय खिलाड़ियों को जगह
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
क्या वाकई प्रेग्नेंसी के दौरान इस्तेमाल नहीं करने चाहिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स? जान लीजिए जवाब
क्या वाकई प्रेग्नेंसी के दौरान इस्तेमाल नहीं करने चाहिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स?
कड़ाके की ठंड की होने वाली है एंट्री! यूपी-हरियाणा में घने कोहरे का अलर्ट तो इन 11 राज्यों में होगी भीषण बारिश
कड़ाके की ठंड की होने वाली है एंट्री! यूपी-हरियाणा में घने कोहरे का अलर्ट तो इन 11 राज्यों में होगी भीषण बारिश
ट्रंप का अमेरिका में मास डिपोर्टेशन का प्लान, लेकिन 1 करोड़ 10 लाख लोगों को निकालना नहीं आसान
ट्रंप का अमेरिका में मास डिपोर्टेशन का प्लान, लेकिन 1 करोड़ 10 लाख लोगों को निकालना नहीं आसान
Embed widget