Shani Vakri 2023: शनि देव 17 जून 2023, शनिवार के दिन कुंभ राशि में उल्टी चाल चलेंगे. शनि (Shani Dev) की इस उल्टी चाल को वक्री कहा जाता है. शनि की ये वक्री चाल 4 नवंबर 2023 तक रहेगी फिर इसके बाद कुंभ राशि में ही मार्गी हो जाएंगे, यानि शनि कुंभ राशि में वापस सीधा चलेंगे.


शनि कुल 141 दिन वक्री अवस्था में रहेंगे.शनि के वक्री होने पर इसका प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा. शनिदेव साल 2023 में अपनी स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान हैं.शनि के कुंभ राशि में होने से मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों के ऊपर इस समय शनि की साढ़ेसाती चल रही है. 



राशियों पर असर 
शनि की उल्टी चाल का प्रभाव सबसे अधिक कर्क, सिंह, कन्या, मकर, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों पर पड़ेगा. इन सभी राशि पर शनि की टेढ़ी नजर होगी. बता दें कि शनि ग्रह के गोचर से मीन राशि पर साढ़े साती आरंभ हो गई है. वहीं कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण, मकर राशि पर साढ़े साती का अंतिम चरण, कर्क राशि और वृश्चिक राशि पर ढैय्या का आरंभ हो गई है. 


मेष राशि (Aries)- मेष राशि वालों के को करियर और बिजनेस में लाभ मिलेगा, जिससे आपकी तरक्की की राहें खुल जाएगी. कड़ी मेहनत करें और परिणाम आपको नजर आएंगे. बिजनेस करने वालों के रुके हुए काम पूरे होंगे.


मिथुन राशि (Gemini)- मिथुन राशि वालों के काम पूरे होने में थोड़ा सा समय लग सकता है, लेकिन काम पूरे जरुर होंगे. आर्थिक सम्स्या का हल जरुर निकलेगा, आपके तरक्की की राह पर आगे बढ़ेंगे.


सिंह राशि (Leo)- सिंह राशि वालों के जीवन में तरक्की होगी. आपके सभी रुके हुए काम अचानक से पूरे होने लगेंगे, आपका बिजनेस फुल स्पीड से शुरु हो जाएगा और ये समय आपके लिए काफी शुभ है.


कन्या राशि (Virgo)- कन्या राशि वालों के लिए थोड़ा मुश्किल समय है. आपके दुश्मन इस समय आप पर हावी रहेंगे. टेंशन और तनाव आप को परेशान कर सकता है, और आप दिक्कत में रहेंगे.


शुभ फल 
अगर आपकी आपकी जन्म कुंडली में शनि शुभ स्थिति में हैं तो आपको शनि की वक्री चाल के समय भी शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है. वहीं जो व्यक्ति धर्म के काम करता है उसको भी शनि कष्ट नहीं पहुंचाते हैं. शनि के बारे में मान्यता है कि ये लोगों को उनके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. 


शनि की वक्री चाल 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी की जन्म कुंडली में शनि वक्री अवस्था में बैठे हुए हैं और उस कुंडली के लिए शुभ फल कारक ग्रह है तो शनि का वक्री होना शुभ लाभकारी माना जाता है. इसी तरह यदि अशुभ होकर शनि वक्री हों तो अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं. वक्री शनि के शुभ होने पर कार्य क्षेत्र में तरक्की मिलती है वहीं अशुभ होने पर कार्यों में रुकावट आती हैं.


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