Shukra Gochar 2023: शुक्र ग्रह की उपासना विशेष रूप से शुक्रवार के दिन की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शुक्र दैत्यों के गुरु कहे जाते हैं. शुक्र के शुभ प्रभाव से व्यक्ति सांसारिक जीवन में समस्त सुख-साधनों को प्राप्त करता है. वहीं इसके अशुभ प्रभाव से मनुष्य में संस्कार हीनता, यौन जनित रोग और परिवार में बिखराव की स्थिति निर्मित होती है.
शुक्र ग्रह की शांति के लिए इसकी उपासना शुक्ल पक्ष में आने वाले शुक्रवार से प्रारंभ करनी चाहिए. क्योंकि शुक्र को प्रेम, विलासिता और विवाह का कारक भी कहा जाता है. इसलिए अविवाहित जातकों को शुक्र की उपासना अवश्य करनी चाहिए.
इस बार शुक्र 07 अगस्त 2023 से 01 अक्टूबर 2023 तक कर्क राशि में रहेंगे. सोमवार 7 अगस्त को सुबह 11 बजकर 03 मिनट पर शुक्र ग्रह कर्क राशि में वक्री अवस्था में गोचर कर चुके हैं. कर्क राशि में शुक्र ग्रह 1 अक्टूबर रविवार तक रहेंगे और अगले दिन 2 अक्टूबर को 01 बजकर 13 मिनट पर कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे.
शुक्र ग्रह 3 अगस्त से 18 अगस्त को सुबह 03:20 बजे तक अस्त रहेंगे और इसके बाद उदय होंगे. कर्क में शुक्र के गोचर से 7 राशि वाले लोगों को भाग्य का साथ मिलेगा तो वहीं 5 राशि वालों को धन हानि और सुख-सुविधाओं में कमी का सामना करना पड़ सकता है.
मेष राशि (Aries): शुक्र द्वितीय व सप्तम भाव के स्वामी होकर चतुर्थ भाव में विराजित हैं. आप जीवन में नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं. ऐसे लोग जो पहले से ही किसी रिश्ते में हैं, उन्हें अपने पार्टनर से इस दौरान विशेष लाभ की प्राप्ति हो सकती है. पारिवारिक स्तर पर आप इस दौरान अपने भाई-बहन के काम आएंगे, जिससे कामकाज को लेकर कार्यभार थोड़ा कम होगा. इसके अलावा परिवर्तन की इस अवधि में आप परिवार के साथ आस-पास की किसी जगह पर यात्रा के लिए जा सकते हैं. लिहाजा आपके लिए ये समय खासा अच्छा व्यतीत होगा. इस दौरान आपका ज्यादातर समय किसी अच्छे काम को करने में बीतेगा, जिससे आने वाले समय में आपको सुखद फल प्राप्त होगा. यदि आप रचनात्मक कार्य जैसे- अभिनय, संगीत आदि में रुचि रखते हैं तो इस दौरान आपको अपनी कला को प्रदर्शित करने का पूरा मौका मिलेगा.
उपाय- शुक्र के ऊँ शुं शुक्राय नमः मत्र का जाप करें.
वृषभ राशि (Taurus): शुक्र आपकी राशि व षष्ठ भाव के स्वामी होकर तृतीय भाव में विराजित हैं जो आपके जीवन को पहले से ज्यादा समृद्धि बना सकता है. आर्थिक रूप से देखें तो इस गोचर काल के दौरान आप अच्छी खासी बचत कर धन भी जमा करने में सफल रहेंगे. इस अवधि के दौरान आपकी वाणी में मधुरता आएगी, जिसके फलस्वरूप आप दूसरों को अपनी वाणी से प्रभावित करने में सफल रहेंगे. पारिवारिक स्तर पर देखें तो गोचर के दौरान आपके परिवार में कोई मांगलिक कार्य संपन्न हो सकता है. इसके अलावा यदि कोर्ट-कचहरी से जुड़ा आपका कोई मामला चल रहा है तो, इस दौरान फैसला आपके पक्ष में आने की पूरी उम्मीद है. यदि आप शादीशुदा हैं तो इस गोचर काल में आपके जीवनसाथी की सेहत में गिरावट हो सकती है, जिससे आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्षेत्र की बात है तो, इस अवधि के दौरान कार्यस्थल पर आपको सामान्य परिणाम प्राप्त होंगें.
उपाय- शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं का दान करें.
मिथुन राशि (Gemini): शुक्र पंचम व द्वादश भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव में विराजित हैं. इस दौरान आपके अंदर नई चीजों को सीखने की और ज्ञान प्राप्त करने की लालसा बढ़ेगी. इसके परिणामस्वरूप आप नई बुलंदियों को छूने में कामयाब होंगें. इस दौरान आपको अपने अंदर छुपे कलात्मक गुणों को उभारने का विशेष अवसर प्राप्त होगा. इससे आपको मानसिक शांति भी मिलेगी और आपको खुशी की अनुभूति होगी. इस गोचर काल में आपको किसी व्यक्ति विशेष की या किसी अनजान शख्स की सलाह से लाभ मिल सकती है. प्रेम जीवन के आधार पर देखें तो इस गोचर का आपको लाभ मिल सकता है. इस दौरान आपके प्रेम संबंध में नयापन आएगा और आप दोनों के बीच रोमांस बढ़ेगा. कार्यक्षेत्र की बात करें तो इस समय आप कार्यस्थल पर अपने काम को पूरे दिल से करेंगे, जिसका लाभ आपको आने वाले समय में विशेष रूप से मिलेगा. आपको दिखावा करने के लिए किसी भी तरह की वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए नहीं तो आने वाले वक्त में इससे आपको पछतावा भी होगा.
उपाय- सफेद कपड़ों का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें. सफेद शुक्र और चंद्र दोनों से जुड़ा होता है. डेली लाइफ में इसका इस्तेमाल आपका शुक्र शांत रखेगा और आपको आपकी खूबसूरती के लिए हर किसी से तारीफें मिलेंगी.
कर्क राशि (Cancer): शुक्र चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होकर आपकी राशि में विराजित हैं. इस अवधि के दौरान आप विशेष रूप से भौतिक जीवन का लाभ उठा पाने में सफल रहेंगे. सुख-सुविधाओं का आनंद लेने के लिए ये गोचर काल आपके लिए खासा अहम रहेगा. इस अवधि के दौरान आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है. यदि आप किसी व्यापार से जुड़े हैं तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपको यात्रा का लाभ प्राप्त हो सकता है. पारिवारिक स्तर पर आप सदस्यों के साथ खुशनुमा पल व्यतीत कर पाएंगे और इस दौरान संभवतः आप परिवार वालों के साथ किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं. शादीशुदा जातकों के लिए गोचर की ये अवधि विशेष रूप से फलदायी साबित होगी. इस दौरान आपके रिश्ते में रोमांस बढ़ेगा जिससे दोनों के बीच परस्पर प्रेम में वृद्धि होगी और आपको अपना विवाहित जीवन सुखमय प्रतीत होगा. कार्यक्षेत्र में आप नौकरी बदलने का निर्णय भी ले सकते हैं, हालांकि कोई भी महत्वपूर्ण कदम उठाने से पहले अच्छी तरह से सोच-विचार जरूर कर लें.
उपाय- थोड़े से पानी में बड़ी इलायची उबाल लें. इसे ठंडा करके अपने नहाने के पानी में मिलाएं और आखिरी बार इससे स्नान करें. इस दौरान शुक्रदेव का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें ऊँ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः.
सिंह राशि (Leo): शुक्र तृतीय व दशम भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में विराजित हैं. इस दौरान आप सफलता की नई उड़ान भरेंगे और जीवन के हर क्षेत्र में अपने प्रयासों में सफल होंगें. गोचर की ये अवधि आपके जीवन में प्यार और रोमांस लेकर आएगा. लिहाजा इस समय आप अपने पार्टनर के साथ बेहद खुशगवार पल व्यतीत कर सकेंगे और दोनों के बीच एक अच्छा तालमेल भी स्थापित होगा. इस गोचर काल में आप सामाजिक रूप से भी काफी सक्रिय रहेंगे और अपने दोस्तों और करीबी रिश्तेदारों के संग किसी आयोजन में हिस्सा भी ले सकते हैं. आर्थिक रूप से देखें तो आपके लिए ये समय थोड़ा कठिन होगा लेकिन चिंता ना करें क्योंकि आपको अपने भाई-बहन से आर्थिक सहायता मिल सकती है. आप नयी चीजों को आजमाने से कभी पीछे नहीं हटते, इस गोचर काल के दौरान आप अपने कलात्मक कार्यों के जरिये असीम लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इंटरनेट और सोशल मीडिया से इस राशि के जातकों को फायदा होने की भी उम्मीद है. महिलाओं से लोगों को लाभ की प्राप्ति होगी.
उपाय- चांदी या प्लेटिनम का छल्ला पहनना शुक्र ग्रह को शांत रखता है. यह नकारात्मक ऊर्जा को भी आपसे दूर रखता है.
कन्या राशि (Virgo): शुक्र द्वितीय व नवम भाव के स्वामी होकर एकादश भाव में विराजित हैं. इस अवधि के दौरान आप नौकरी बदल सकते हैं, यदि आप सरकारी कर्मचारी हैं तो इस दौरान आपका ट्रांसफर हो सकता है. पारिवारिक जीवन की बात है तो घर में शांति का वातावरण रहेगा और परिवार के सदस्यों के साथ आप एक अच्छा वक्त व्यतीत कर पाएंगे. आर्थिक स्तर पार इस गोचर काल के दौरान आपके लिए किसी महिला मित्र का साथ खासा लाभदायक साबित होगा. महिला मित्र से मिलने वाली ये सहायता आपको आर्थिक कठिनाइयों से उभारने में काफी मददगार सिद्ध होगी. यदि आप पारिवारिक व्यवसाय करते हैं तो यह समय फायदेमंद रहेगा, व्यापार को नयी दिशा मिल सकती है. जो लोग फिल्म जगत से जुड़े हैं वो भी इस दौरान सफलता अर्जित करेंगे. जिस भी प्रोजेक्ट से आप जुड़े हैं उसके सफल होने की पूरी-पूरी संभावना है.
उपाय- साबूदाना तथा दूध और इनसे बनी चीजों को जरूरतमदों को दान करें.
तुला राशि (Libra): शुक्र आपकी राशि व अष्टम भाव के स्वामी होकर दशम भाव में विराजित हैं. एक तरफ आपको अचानक ही किसी विशेष लाभ की प्राप्ति होगी वहीं दूसरी तरफ पिता की सेहत बिगड़ने की वजह से मानसिक तनाव का शिकार भी होना पड़ सकता है. इस दौरान आप अपने पिता के प्रति समर्पित भाव रखेंगे और उनका हर कहा मानेंगे लेकिन इसके साथ ही साथ आपको उनकी सेहत का ध्यान रखने की भी आवश्यकता पड़ सकती है. कार्यक्षेत्र में बड़ी तरक्की ला सकता है. इस दौरान आपको जीवन में कुछ ऐसा मिलेगा जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी. पारिवारिक स्तर पर आपको भाई-बहन का साथ मिलेगा जिससे आपकी जिम्मेदारियों का बोझ कुछ कम जरूर होगा. इसके साथ ही इस दौरान आप किसी लंबी यात्रा पर भी जा सकते हैं जो आपके लिए लाभदायक साबित होगा. वहीं स्टूडेंट्स कई कठिन विषयों को समझने में भी इस दौरान सफल होंगे. आप अपने ज्ञान को लगातार बढ़ाने की दिशा में अग्रसर होंगे. अपने व्यवहार और अच्छी वाणी से आप परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता ला सकते हैं.
उपाय- हर शुक्रवार सुबह उठकर स्नान करने के बाद भगवान शिव को सफेद मदार का फूल अर्पित करना चाहिए जो आपके लिए शुभ रहेगा.
वृश्चिक राशि (Scorpio): शुक्र सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी होकर नवम भाव में विराजित हैं. इस दौरान आपकी शादीशुदा जिंदगी में मुसीबतें पैदा हो सकती है. जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर बहस की स्थिति बन सकती है, आपके लिए बेहतर होगा कि इस समय उनके साथ विवाद की स्थिति से बचकर ही रहें. यदि कार्यक्षेत्र की बात करें तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. कार्यस्थल पर आपका कोई सहकर्मी आपके काम का श्रेय खुद ले सकता है, जिससे काम को लेकर आपका मन खिन्न रहेगा. इस गोचर के दौरान आपको अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की आवश्यकता होगी. सेहत को लेकर चैकन्ना रहें क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही आपके शारीरिक कष्ट का कारण बन सकती है. शादीशुदा जातकों को गोचर की इस अवधि के दौरान ससुराल के कुछ लोगों से मुलाकात करने का मौका मिल सकता है, जिससे आपका दिन कुछ अच्छा बीतेगा. दाम्पत्य जीवन में जीवनसाथी से गिफ्ट या कोई अच्छा सरप्राइज मिल सकता है.
उपाय- गाय, कुत्ते को रोटी खिलाएं व कौवे को बाजरें का दाना चुगाएं.
धनु राशि (Sagittarius): शुक्र षष्ठ व एकादश भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव में विराजित हैं. इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा और आप उनके साथ एक खुशनुमा पल व्यतीत कर पाएंगे. इस दौरान आप दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर नोंक-झोंक भी हो सकती है. लेकिन इसके वाबजूद भी आप दोनों के बीच परस्पर प्यार बरकरार रहेगा. आप अपने जीवनसाथी की किसी विशेष इच्छा को पूरा करने के लिए उन पर ज्यादा खर्च कर सकते हैं. इससे आपके सामाजिक दायरे में तो वृद्धि होगी ही साथ ही समाज में आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा. यदि आप किसी व्यापार से जुड़े हैं तो आपके लिए गोचर की ये स्थिति बेहद प्रभावी साबित होगी, इस दौरान आपके व्यापार में वृद्धि होगी और अच्छा मुनाफा भी कमा पाएंगे. वहीं सामाजिक स्तर पर भी आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और दोस्तों या जान-पहचान के लोगों से आपको लाभ की प्राप्ति होगी.
उपाय- शुक्रवार के दिन सफेद रंग के कपड़ों का दान गरीबों में करें.
मकर राशि (Capricorn): शुक्र पंचम व दशम भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव में विराजित हैं. इस दौरान आप अपने काम में और भी ज्यादा निपुण होंगें, हालांकि सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. इस दौरान शेयर मॉर्केट में किया जाने वाला निवेश भी काफी फलदायी सिद्ध होगा. आर्थिक रूप से देखें तो आपके लिए ये गोचर पुराने कर्ज को चुकाने का अच्छा समय लेकर आएगा. इस दौरान आप बैंक से लिए लोन या किसी से लिए उधार को चुका सकते हैं. इस अवधि में आपके खर्चों में भी वृद्धि हो सकती है. यदि आपके बच्चे हैं तो इस अवधि में आपका वैचारिक मतभेद उनके साथ हो सकता है. छोटी-छोटी बातों को लेकर घर के लोगों से मन-मुटाव हो सकता है. ऐसे समय में आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा और कम से कम बोलना होगा. नौकरी-पेशा और व्यवसायी लोगों को भी संभलकर रहना होगा, धोखा मिलने की संभावना है. कार्यक्षेत्र में महिला सहकर्मियों से सोच-समझकर बात करें नहीं तो मान-सम्मान की हानि हो सकती है.
उपाय- शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा जरूर करें इससे शुक्र से होने वाली समस्या दूरस्त होगी.
कुंभ राशि (Aquarius): शुक्र चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी होकर षष्ठ भाव में विराजित हैं. आप कार्यक्षेत्र में बदलाव कर सकते हैं, लेकिन नौकरी बदलने से पहले ये जरूर सुनिश्चित कर लें कि आप जिस नई जगह ज्वाइन करने वाले हैं वो आपके पिछले कार्यक्षेत्र से अच्छा है या बुरा. यदि आप किसी से प्यार करते हैं तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपके प्रेम संबंध में प्रगाढ़ता आएगी. आप अपने पार्टनर के साथ इस दौरान अच्छा वक्त गुजार पाएंगे. आर्थिक स्तर पर देखें तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है और इसका लाभ आपके बच्चों को प्रत्यक्ष रूप से मिलेगा. प्रोपर्टी के क्रय-विक्रय से भी आप फायदे की स्थिति में रहेंगे. लोग अक्सर अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त नहीं करते जिस कारण वो खुद को ही परेशान करते हैं, इस अवधि में आपको ऐसा करने से बचना चाहिये और खुद को ज्यादा से ज्यादा व्यक्त करने की कोशिश करनी चाहिए.
उपाय- दो मोती लें. इसमें से एक बहते पानी में शुक्रवार को बहा दें दूसरे मोती को अंगूठी में जड़वाकर पहने बहुत लाभ होगा.
मीन राशि (Pisces): शुक्र तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी होकर पंचम भाव में विराजित हैं. एक तरफ आपके निजी जीवन में आपको संतुलन का अनुभव होगा वहीं दूसरी तरफ पारिवारिक स्तर पर आपकी माताजी के सेहत में गिरावट आ सकती है. लिहाजा इस दौरान अपनी माता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और उन्हें किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव का शिकार ना होने दें. कार्यक्षेत्र में आपको कुछ खुशी का अनुभव हो सकता है. इस दौरान कार्यस्थल पर आपके प्रदर्शन में वृद्धि होगी, जिससे आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी और बॉस आपकी तारीफ करते नहीं थकेंगे. इस अवधि में आर्थिक रूप से आप कुछ मुसीबतों का सामना कर सकते हैं. हालांकि इस दौरान आपकी आर्थिक सहायता के लिए आपके दोस्त हमेशा आपके साथ खड़े नजर आएंगे. पारिवारिक स्तर पर इस दौरान आपको कोई सुखद समाचार प्राप्त हो सकता है जिससे परिवार में उत्सव का माहौल रहेगा. खांसी, जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां आपको परेशान करेंगी. इस अवधि में आपको ठंड़े पदार्थों को खाने से बचना चाहिये नहीं तो समस्या और बढ़ सकती है.
उपाय- शुक्रवार को खुद भी सफेद वस्त्र धारण करें और सफेद चीजों को ही खाएं. इससे शुक्र का बुरा प्रकोप शांत होगा.
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