Tula Sankranti: शास्त्रों में सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति भी कहते हैं. अक्टूबर 2021 में सूर्य का राशि परिवर्तन तुला राशि में होने जा रहा है. सूर्य कन्या राशि को छोड़कर अब तुला राशि में आ रहे हैं. पंचांग के अनुसार तुला राशि में सूर्य का गोचर 17 अक्टूबर 2021 को दोपहर 1:00 बजे होगा. सूर्य उत्तरी से दक्षिणी गोलार्द्ध में चला जाता है. इस बार 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तक सूर्य तुला राशि में रहेगा. तुला संक्रांति के दिन तीर्थ स्नान, दान और सूर्य की पूजा करने से याचक की उम्र और आजीविका दोनों में सकारात्मक वृद्धि होती है. ऐसे में तुला संक्रांति पर पूजा के विशेष लाभ हैं.


ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक ऋग्वेद सहित पद्म, स्कंद और विष्णु पुराण के साथ महाभारत में सूर्य पूजा का महत्व का उल्लेख है. सूर्य पूजा से सकारात्मक ऊर्जा मिलने के साथ इच्छा शक्ति बढ़ती है. सूर्य और शक्ति के प्रभाव से महामारी का असर भी कम होने की संभावना है. राशि परिवर्तन के समय सूर्य पूजा के लिए सुबह जल्दी उठकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए.


तुला संक्रांति की खास बातें
- सूर्य का तुला राशि में प्रवेश तुला संक्रांति कहलाता है, यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक माह में पड़ता है.
- ओडिशा और कर्नाटक में इस पर्व का विशेष महत्व है.
- किसान इस दिन को धान में दाने के आने की खुशी मनाते हैं. 
- सूर्य के तुला राशि में रहने वाले पूरे एक माह पवित्र जलाशयों में स्नान शुभ माना जाता है.
- तुला संक्रांति के समय धान के पौधों में दाने आने की खुशी में मां लक्ष्मी का आभार जताने के लिए ताजे धान चढ़ाए जाते हैं.


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