Vaikunth Chaturdashi 2022: वैकुण्ठ चतुर्दशी 6 नवंबर को है, जीवन में यदि आ रही है परेशानी तो राशि अनुसार कर लें ये उपाय
Vaikunth Chaturdashi 2022: जीवन में आनी वाली परेशानियों को दूर करने के लिए वैकुंठ चतुर्दशी पर आप अपनी राशि अनुसार ये उपाय कर, राहत पा सकते हैं. आइए पं. सुरेश श्रीमाली से जानते हैं ज्योतिषीय उपाय.
Vaikunth Chaturdashi 2022, Zdiac Sign: पंचांग के अनुसार 6 नवंबर 2022 को बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाएगी. इस दिन विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है. कार्तिक मास की चतुर्दशी को मनाए जाने वाले इस पर्व को कष्टों को दूर करने वाला भी माना गया है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी पर योग निद्रा से जागने के बाद कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को भगवान शिव से मिलते हैं और भगवान शिव उन्हें दोबारा सृष्टि के संचालन का कार्यभार सौंप देते हैं. पूरे साल में सिर्फ इसी दिन हरि-हर की पूजा एक साथ होती है. इस दिन की जाने वाली पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. आइए जानते हैं इस दिन राशि अनुसार उपाय-
मेष राशि (Aries)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने जीवन में दूसरे लोगों का सहयोग प्राप्त करना चाहते हैं, तो सुबह उठकर स्नान आदि कार्यों से निवृत्त होकर शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर दूध अर्पित करें. साथ ही सफेद पुष्प भी अर्पित करें ते हुए ऊँ नमः शिवाय मंत्र का 21 बार जप करें.
वृषभ राशि (Taurus)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने व्यापार की गति को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं, तो एक मिट्टी का बर्तन लें और उसे ऊपर तक गेहूं से भर दें. साथ ही उसके ऊपर कुछ दक्षिणा भी रखें. अब इस गेहूं से भरे बर्तन को मंदिर में दान कर दें.
मिथुन राशि (Gemini)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं, तो सुबह स्नान आदि के बाद 11 बेलपत्र लेकर, उन पर चंदन से ऊँ लिखकर, उनकी माला बनाएं और शिवलिंग पर चढ़ाएं.
कर्क राशि (Cancer)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप हर तरह के भय से छुटकारा पाना चाहते हैं और अपने जीवन में नयी ऊर्जा का संचार करना चाहते हैं, तो आपको किसी नदी, तालाब के पास जाकर तेल के चौदह दीपक जलाने चाहिए, लेकिन अगर आपके आस-पास कोई नदी, तालाब न हो तो आप अपने घर में ही चौदह दीपक जलाएं और उनमें से एक दीपक नल के पास जरूर जलाएं.
सिंह राशि (Leo)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आपको मेहनत करने के बावजूद भी सफलता मिलने में परेशानी आ रही है, तो सुबह स्नान आदि के बाद शिवलिंग की विधिवत पूजा करें. साथ ही शिवजी के ‘ऊँ नमः शिवाय मंत्र का 11 बार जप करें.
कन्या राशि (Virgo)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप समाज में अपने परिवार का मान-सम्मान बढ़ाना चाहते हैं, तो श्री विष्णु की पूजा के समय एक पीले रंग का कपड़ा लें और उसमें 5 हल्दी की गांठ, एक चांदी या कोई भी सिक्का और एक पीले रंग की कौड़ी रखकर, उस कपड़े में गांठ लगाकर पोटली बना लें. अब भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और पूजा के बाद उस पोटली को अपने घर के मंदिर में ही रखा रहने दें.
तुला राशि (Libra)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने जीवन में धन-धान्य और भौतिक सुखों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो शिव मन्दिर जाकर पहले शिवलिंग का जल से अभिषेक करें और फिर भगवान को धतूरा और भांग चढ़ाएं. साथ ही कनेर का पुष्प भी अर्पित करें.
वृश्चिक राशि (Scorpio)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने किसी विशेष काम में लाभ सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो बेसन को देशी घी में भूनकर, उसमें पिसी हुई शक्कर मिलाकर, साथ ही हो सके तो उसमें थोड़ा-सा केसर डालकर 21 लड्डू बनाएं. अब विष्णु मन्दिर में जाकर या घर पर ही भगवान विष्णु को एक-एक करके वो लड्डू चढ़ाएं और हर बार लड्डू चढ़ाते समय श्री विष्णु का ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र बोलते हुए पूरे 21 लड्डू भगवान को चढ़ाएं और कपूर से भगवान की आरती करें.
धनु राशि (Sagittarius)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप किसी कारणवश परेशान चल रहे हैं, जिसके कारण आपके काम अटक रहे हैं, तो 11 बेलपत्र के साथ थोड़े-से तिल शिव जी को अर्पित करें. साथ ही गाय को जौ के आटे से बनी रोटियां खिलाएं.
मकर राशि (Capricorn)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने अंदर सकारात्मक विचारों का समावेश करना चाहते हैं, तो एक पीपल का पत्ता लेकर, उस पर हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और श्री विष्णु के चरणों में ऊँ नमो भगवते नारायणाय कहते हुए अर्पित करें. साथ ही किसी पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं.
कुंभ राशि (Aquarius)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप जीवनसाथी के साथ अपने संबंधों में प्रेम और शांति बनाये रखना चाहते हैं, तो आज के दिन आपको दूध में थोड़ा-सा केसर और कुछ फूल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाने चाहिए. साथ ही शिव जी के ‘ऊँ नमः शिवाय‘ मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए.
मीन राशि (Pisces)- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर अगर आप अपने दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनाये रखना चाहते हैं, तो भगवान विष्णु की विधि-पूर्वक पूजा करने के बाद केले के वृक्ष में जल अर्पित करें. साथ ही वृक्ष के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाएं. फिर दोनों हाथ जोड़कर, सिर झुकाकर वृक्ष को प्रणाम करें.