Vaishakh Purnima 2023: वैशाख पूर्णिमा पर आज बन रहा दुर्लभ संयोग, जानें शुभ मुहूर्त और इस दिन का महत्व
Vaishakh Purnima 2023 Shubh Muhurt: वैशाख पूर्णिमा की तिथि 4 मई की रात 11:35 से शुरू हो चुकी है जो आज रात 11:02 पर समाप्त होगी. उदया तिथि के अनुसार बैसाख पूर्णिमा आज के दिन ही मनाई जा रही है.
Vaishakh Purnima Sanyog: हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा का बहुत महत्व है. इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के अनेक कार्य किये जाते हैं. इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है. वैशाख पूर्णिमा पर ही भगवान विष्णु ने अपना तेइसवां अवतार महात्मा बुद्ध के रूप में लिया था. बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. वैशाख पूर्णिमा पर व्रत और पुण्य कर्म करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. आज के दिन कई दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं.
वैशाख पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
वैशाख पूर्णिमा की तिथि 4 मई की रात 11:35 से शुरू हो चुकी है. यह तिथि आज 5 मई की रात 11:02 पर समाप्त होगी. उदया तिथि के अनुसार बैसाख पूर्णिमा आज के दिन ही मनाई जा रही है. वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना और दान-पुण्य विशेष फलदायी माना जाता है.
अगर आप किसी पवित्र में नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो स्नान के समय पानी में थोड़ा गंगाजल जरूर मिला लें. आज लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त रात को 11 बजकर 56 मिनट से 6 मई री रात 12 बजकर 39 मिनट तक रहेगा.
वैशाख पूर्णिमा पर बन रहा दुर्लभ संयोग
आज 5 मई को वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. यह चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 44 से शुरू होगा और 6 मई की मध्य रात्रि 1 बजकर 2 मिनट तक रहेगा. आज के दिन सूर्योदय के बाद सिद्धि योग बन रहा है जो काफी शुभ माना जाता है. आज के दिन पूरे समय स्वाति नक्षत्र भी रहेगा. इस नक्षत्र को बेहद फलदायी माना गया है.
आज स्वाति नक्षत्र सुबह से रात 09 बजकर 39 मिनट तक रहेगा. वहीं, भद्राकाल सुबह 05 बजकर 38 मिनट से 11 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. चूंकि इस भद्रा का वास पाताल है इसलिए इसका किसी भी तरह का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा.
वैशाख पूर्णिमा पर किए जाने वाले धार्मिक कर्म
वैशाख पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी, जलाशय, कुआं या बावड़ी में स्नान करना चाहिए. स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा करें. आज 5 या 7 जरुरतमंद व्यक्तियों और ब्राह्मणों को शक्कर के साथ तिल देने से पापों का क्षय होता है. आज के दिन इस तिल के तेल के दीपक जलाना शुभ होता है.
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