Vaman Dwadashi Puja 2022: वामन द्वादशी पूजा कब? जानें पूजा का लाभ
Vaman Dwadashi: श्री हरि नारायण ने दैत्य राज बलि का घमंड तोड़ने के लिए वामन अवतार लिया था. वामन अवतार भगवान विष्णु के दशावतार में एक महत्वपूर्ण अवतार है.
Vaman Dwadashi Puja Vidhi: वामन द्वादशी की पूजा (Vaman Dwadashi Puja2022) आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वादशी को की जाएगी. यह जुलाई में 11 तारीख दिन सोमवार को पड़ रही है. भगवान विष्णु के 10 अवतारों में वामन अवतार (Vaman Avatar) विशेष महत्व रखता है क्योंकि भगवान विष्णु ने दैत्यराज बलि का घमंड चूर करने के लिए यह अवतार लिया था. राजा बलि ने तीनों लोकों पर पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया था. भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर प्राणियों की रक्षा के लिए और स्वर्ग में देवताओं को स्थान दिलाने के लिए वामन अवतार (Vaman Avatar) में राजा बलि के धन के घमंड को तोड़ा था.
वामन द्वादशी पूजा (Vaman Dwadashi Puja Vidhi)
द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की आराधना के लिए सभी मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाती है क्योंकि द्वादशी के दिन है भगवान विष्णु ने जन कल्याण के लिए वामन अवतार ( Vaman Avatar) लिया था इसी लिए आस्था और विश्वास के साथ हर मंदिर में भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा की जाती है जगह जगह पर भागवत कथा का पाठ किया जाता है. भगवान वामन की पूजा अर्चना की जाती है. पूजा के पश्चात चावल दही का दान करना उत्तम माना जाता है.
वामन द्वादशी पूजा का महत्व (Vaman Dwadashi Puja importance)
वामन भगवान की पूजा करने से मन से अहंकार दूर हो जाता है. पिछले सभी पाप कर्मों से मुक्ति मिल जाती है. भगवान बामन का आशीर्वाद प्राप्त होता है. घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है. अहंकार की भावना खत्म होने से आत्मविश्वास बढ़ता है. कारोबार में वृद्धि होती है. वामन ( Vaman ) भगवान की पूजा करने से लोगों के मन से हीन भावना दूर हो जाती है. क्रोध और लोभ कम हो जाता है. भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.
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