Astrology: ज्योतिष शास्त्र में बुध का संबंध वाणी से है और कुंडली का दूसरा घर वाणी का बताया गया है. जब इस घर में पाप ग्रह या बुध कमजोर तथा पीड़ित हो तो वाणी दोष लगता है. ऐसे व्यक्ति की वाणी खराब हो जाती है. ऐसे लोगों के मुंह से अपशब्द निकलते हैं. ऐसे लोग सदैव कड़वे वचन बोलते हैं. गाली गलौज करना इनकी आदत बन जाता है.
कुंडली में वाणी दोष होने से व्यक्ति घर या ऑफिस में कभी सम्मान नहीं पाता है. कई बार तो इस दोष के कारण उसे भयंकर मुसीबत भी उठानी पड़ जाती है. इसलिए वाणी दोष का उपाय समय रहते कर लेना चाहिए.
वाणी दोष कुंडली में कब बनता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली के दूसरे घर से वाणी की स्थिति का पता लगाया जाता है. इस घर में यदि पाप ग्रह यानि राहु, केतु की दृष्टि हो या इस घर का स्वामी और बुध ग्रह पाप ग्रह से पीड़ित हो तो वाणी दोष लगता है. इस योग को ज्योतिष शास्त्र में दुर्भाग्य लाने वाला योग माना गया है.
वाणी दोष का उपाय
वाणी दोष से बचने के लिए बुध ग्रह की शांति करनी चाहिए. इसके साथ ही बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. गणेश जी की पूजा करने से इस दोष से राहत मिलती है. राहु और केतु की शांति करनी चाहिए. इसके साळा ही इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- क्रोध और अहंकार न करें.
- हरे रंग की चीजों का दान करें.
- दूसरों की बुराई करना बंद कर दें.
- स्वभाव में विनम्रता लाएं.
- नशा आदि न करें.
- गलत संगत का त्याग करें.
- गाय की सेवा करें.
- किन्नरों को दान दें.
- सकारात्मक रहने का प्रयास करें.
- दैनिक दिनचर्या को अनुशासित बनाएं.
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