Varuthini Ekadashi Mantra: आज वरुथिनी एकादशी मनाई जा रही है. वैशाख मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहा जाता है. आज के दिन भगवान विष्णु और कृष्ण भगवान के मधुसूदन रूप की पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि वरुथिनी एकादशी का व्रत करने जो पुण्य प्राप्त होता है वो कन्यादान करने के समान होता है. 


आज के दिन गंगा स्नान करना और दान करना बहुत शुभ माना जाता है. वरुथिनी एकादशी पर कुछ खास मंत्रों के जाप से विष्णु भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं. आइए जानते हैं वरुथिनी एकादशी के दिन किन मंत्र का जाप करना चाहिए.



विष्णु का पंचरूप मंत्र 
 
ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:


श्री हरि का खास मंत्र
 
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।। 


धन-समृद्धि देने वाला मंत्र
 
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। 
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
 
धन लाभ प्राप्ति का मंत्र 
 
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। 
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।


समस्त संकट हरने वाले सरल मंत्र


ॐ हूं विष्णवे नम:। 
ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। 
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नारायणाय नम:।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:


शीघ्र फलदायी मंत्र
 
ॐ विष्णवे नम:
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।


भगवान विष्णु के मंत्र जाप के लाभ


भगवान विष्णु के ये सभी मंत्र बेहद चमत्कारी माने जाते हैं. वरुथिनी एकादशी के दिन इन मंत्रों के जाप से विष्णु भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं.  इन मंत्रों के जाप से भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का स्थायी रूप से घर में निवास होता है.  भगवान विष्णु के इन मंत्रों के जाप से घर में कभी भी आर्थिक तंगी जैसी समस्याएं नहीं आती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.


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