Lauhging Buddha: सभ्यताओं में वस्तुओं का किरदार अहम है. वस्तुएं इतिहास का जीवित प्रतीक माने जाती हैं. भारतीय संस्कृति (Indian Culture) में जितना महत्वपूर्ण वास्तुशास्त्र (Vastu shastra) को माना जाता है. उतना ही महत्वपूर्ण चीनी सभ्यता में फेंगशई को माना जाता है. आजकल भारत में भी फेंगशुई से जुड़ी चीजें मिलने लगी हैं, और बहुत से लोगों का उसमें विश्वास भी है. उन्हीं में से एक है लाफिंग बुद्धा (Laughing Buddha).
ऐसा माना जाता है कि लाफिंग बुद्धा समृद्धि और खुशी प्रदान करते हैं. मान्यता है कि लाफिंग बुद्धा को उपहार में देना शुभ होता है. चीन में लाफिंग बुद्धा को भगवान के रूप में पूजा जाता है. कहा जाता है कि इनकी मूर्ति घर में रखने से निगेटिवीटी दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है. भारत में कुबेर देव, धन के देवता हैं तो चीन में लाफिंग बुद्धा.
आखिर कौन है लाॅफिंग बुद्धा
चीनी मान्यताओं के अनुसार , महात्मा बुद्ध के कई शिष्यों में से एक थे जापान के होतेई. कहा जाता है कि जब होतेई बौद्ध बने और उन्हें आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई तो वे जोर-जोर से हंसने लगे. इसके बाद उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया लोगों को हंसाना और सुखी रखना. होतेई जहां भी जाते वहां लोगों को हंसाते और लोग उनके साथ काफी खुश रहते थे. धीरे-धीरे लोग उन्हें लॉफिंग बुद्धा कहने लगे. वहीं इससे जुड़ी एक और मान्यता है. चीन में लॉफिंग बुद्धा को चीनी देवता माना जाता है. इन्हें पुताइ के नाम से जाना जाता है. वे एक भिक्षुक थे और उन्हें मौज-मस्ती करना, घुमना-फिरना बहुत पसंद था. वे जहां भी जाते थे, वहां अपना बड़ा पेट और विशाल बदन दिखाकर सभी को हंसाते थे. सेंटा क्लॉज की तरह ही वह बच्चों में बहुत लोकप्रिय थे. तभी से लोग इन्हें देवता की तरह मानने लगे और इनकी मूर्तियां घर में रखने लगे.
लाफिंग बुद्धा को लेकर भारत में मान्ताएं
लाफिंग बुद्धा की मूर्ति से जुड़ी बहुत सी बातें भारत में काफी प्रचलित है. हमारे देश में भी लाफिंग बुद्धा को लेकर एक मान्यता है कि लाफिंग बुद्धा को खुद के लिए नहीं खरीदा जाता बल्कि इनको किसी और को तोहफे के रूप में दिया जाता है. दरअसल इसके पीछे की वजह भी चीन से जुड़ी हुई है, चीन के लोग मानते हैं कि लाफिंग बुद्धा घर में खुशी-समृद्धि और धन की कमी नहीं होने देते और कोई व्यक्ति इतना स्वार्थी नहीं हो सकता कि वह अपने घर की खुशहाली और धन के लिए लाफिंग बुद्धा खरीदे और उसे अपने घर में रखें. लाफिंग बुद्धा की मूर्ति से जुड़ी बहुत सी बातें भारत में काफी प्रचलित है. भारत में ऐसा माना जाता है कि यदि आप या आपके परिवार में अनबन रहती है, आप आर्थिक बोझ से दबे हुए हैं या आपको धन की कमी हो तो आप लाफिंग बुद्धा को लेकर इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं
वास्तुशास्त्र के जैसे ही फेंगशुई में ऐसी कई चीजें उपलब्ध हैं जिससे हम अपने घर या दुकान में उत्पन्न हुए दोष को दूर कर सकते हैं. लाफिंग बुद्धा उन्हीं में से एक हैं. घर में लाफिंग बुद्धा को रखने से सम्पन्नता आती है. इनकी मूर्ति को हम अपने घर, दुकान में रख सकते हैं.
लाॅफिंग बुद्धा की मूर्ति रखने के फायदे
- भारतीय परंपरा के अनुसार धन के देवता कुबेर को घर में उचित दिशा और स्थान देने से आर्थिक अभाव दूर होने लगते है. उसी तरह लाफिंग बुद्धा या हंसते हुए बुद्ध की मूर्ति को संपन्नता, सफलता और सौभाग्य लाने वाली माना जाता है.
- मान्यता है कि लाफिंग बुद्धा जिस स्थान पर भी विराजित होते हैं उस स्थान पर धन स्वयं ही आकर्षित होकर चला आता है. इसी विशेषता के चलते लोग घर एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान, होटल, दुकान, ऑफिस में इनकी मूर्ति को रखते हैं.
- फेंगशुई पद्धति नकारात्मक ऊर्जा को खत्म या कम करती है और सकारात्मकता को बढ़ाती है. फेंगशुई में इस्तेमाल होने वाले छोटे-छोटे यंत्रों से वास्तु दोषों का भी हल निकलता है.
- संतानहीन दंपति बच्चों से घिरे हुए लाफिंग बुद्धा को घर में उचित स्थान दें। जल्द ही आपके घर में बच्चे की किलकारियां गूंजेगी.
कहां रखें बुद्धा की मूर्ति:
- लाफिंग बुद्धा एकदम मुख्य द्वार के सामने न रखें. दरवाजे से करीब तीस फुट की ऊंचाई पर लगाने का प्रावधान है. यह मूर्ति घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का अभिनंदन करती है. अगर ठीक सामने संभव न हो तो इसे कुछ किनारे पर भी रखा जा सकता है.
- इसे घर में ऐसे रखें कि उनका मुस्कराता हुआ चेहरा घर में आने-जाने वाले व्यक्ति को दिखता रहे.
ऐसे दिखने वाले बुद्धा होंगे लाभकार
- यदि आपकी आमदनी अच्छी है, घर में धन का अच्छा प्रवाह रहता है मगर आप कुछ भी बचा नहीं कर पाते तो ऐसी स्थिती में धन की पोटली लिए हुए लॉफिंग बुद्धा को घर में रखें. कुछ दिनों में ही धन की संचय होने लगेगा.
- अगरआपको आपकी मेहनत का फल प्राप्त नहीं हो पाता, बना बनाया काम बिगड़ जाता है तो दोनों हाथों में कमण्डल उठाए हुए लाफिंग बुद्धा को घर में लें आएं.
- स्वस्थ एवं निरोगी काया चाहते हैं तो वू-लू लिए हुए लाफिंग बुद्धा को अपने घर अवश्य ले आएं
ये भी पढ़ें: भगवान शिव के मस्तक पर क्यों विराजते हैं चंद्रमा? जानें क्या है इसका रहस्य
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.