Vastu Plant For Home: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर चीज व्यक्ति के जीवन पर अपना प्रभाव डालती है. वास्तु में हर चीज रखने की एक निश्चित दिशा बताई गई है. वास्तु में पेड़-पौधे से जुड़े भी खास नियम हैं और इसका पालन ना करने पर इसके दुष्प्रभाव झेलने पड़ते हैं. वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे पौधों के बारे में बताया गया है जिन्हें घर में लगाने से दुर्भाग्य आता है.


माना जाता है कि यह पेड़-पौधे घर में कंगाली लेकर आते हैं. आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में किन पेड़-पौधों के अशुभ माना गया है जिन्हें घर में लगाने से हर किसी को बचना चाहिए.



घर में गलती से भी ना लगाएं यह पौधे



  • वास्तु शास्त्र में घर के अंदर और आसपास की जगहों पर कभी भी कांटेदार पौधे नहीं लगाने चाहिए. कांटेदार पौधे घर में तनाव का माहौल बनाते हैं. इन पौधों को घर में लगाने से घर के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद बढ़ता है.

  • घर में कभी भी खजूर का पेड़ नही लगाना चाहिए. घर में खजूर का पेड़ लगाना बहुत अशुभ माना जाता है. यह पेड़ दिखने में बहुत सुंदर लगता है लेकिन माना जाता है कि घर में इसे लगाने से घर के सदस्यों पर कर्ज बढ़ता है और परिवार की तरक्की रुक जाती है. 

  • वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में इमली का पेड़ लगाना भी बहुत अशुभ होता है. यह पेड़ लगाने से घर में नकारात्मकता आती है. इसे लगाने से घर में हमेशा डर और भय का माहौल बना रहता है. इसलिए इमली के पेड़ को कभी भी घर में नहीं लगाना चाहिए.

  • पीपल का पौधा दैवीय माना जाता है लेकिन घर में इसे लगाना शुभ नहीं होता है. यह पौधा घर में नकारात्मक ऊर्जा लाता है. माना जाता है कि इस पेड़ पर प्रेत-आत्माएं रहती हैं. इसलिए इसे कभी भी घर में नहीं लगाना चाहिए. अगर घर की दीवार या किसी कोने में पीपल का पौधा उग आया है तो उसे भी निकाल कर हटा देना चाहिए.

  • घर में लगाए गए कोई भी पेड़-पौधे अगर सूख रहे हों तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए. वास्तु के अनुसार सूखे पेड़-पौधे घर में उदासी लाते हैं. इनसे घर में नकारात्मकता ऊर्जा बढ़ती है.


ये भी पढ़ें


तुलसी ही नहीं, इसकी लकड़ी भी होती है चमत्कारी, ऐसे चमकाती है भाग्य


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.