Vastu Tips For Home- वास्तु शास्त्र में घर को लेकर कई तरह के नियम बताए गए हैं. जिनको मानने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह की कठिनाइयां दूर होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दीवारों का रंग भी व्यक्ति के भाग्य और कर्म से जुड़ा होता है. घर की दीवारों का रंग भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है. दीवारों का रंग सही है तो ये आपके भाग्य को निखारेगा और गलत हुआ तो कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए घर को पेंट कराते हुए वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. मान्यताओं के मुताबिक घर को कलर करते समय सही रंगों का चयन करना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दीवारों को किस रंग का होना चाहिए?
घर में कौन-सा रंग कराना शुभ माना जाता है?
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूजा घर की दीवारों का रंग हमेशा पीले, नीले या नारंगी कलर का होना चाहिए. पूजा घर में इस रंग के उपयोग से सकारात्मकता बनी रहती है. गृह क्लेश की समस्या कभी उत्पन्न नहीं होती है.
- हमेशा याद रखें पूजा घर में कभी भी काले रंग या काली रंग की वस्तु का कभी भी उपयोग नहीं करना चाहिए. धार्मिक अनुष्ठानों में काले रंग को अशुभ माना जाता है.
- बात की जाए किचन की तो, किचन में हमेशा लाल, नारंगी, नीला या हरा रंग करवाना सही माना जाता है. किचन में इन रंगों के इस्तेमाल से गृहणी का मूड हमेशा सही रहता है.
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक बाथरूम और टॉयलेट में हमेशा सफेद रंग का पेंट करवाना सही माना जाता है.
- शादीशुदा जीवन में खुशहाली के लिए हमेशा बेडरूम की दीवारों को पिंक, हल्का ब्लू, पेस्टल ग्रीन रंग का पेंट करवाना चाहिए. ये रंग शादीशुदा लोगों के लिए बेहतर माना जाता है.
- घर के स्टडी रूम में हमेशा लाल, गुलाबी, नीला या हरा रंग करवाना सही माना जाता है. ये रंग बच्चों के मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव डालते हैं, जिससे बच्चों की कार्यक्षमता में इजाफा होता है.
- घर के डाइनिंग रूम में हमेशा नीला, गुलाबी, या पेस्टल पीले रंग का पेंट करवाना चाहिए.
इन रंगों से क्या फायदा मिलता है?
वास्तु शास्त्र में चमकीले और भड़कीले रंगों का प्रयोग करना सही नहीं माना जाता है. ये रंग उग्रता का प्रतीक होते हैं. इसलिए इन रंगों का प्रयोग करने से बचना चाहिए. हल्के रंग आपके मन मस्तिष्क को शांत करने का काम करते हैं. हल्के रंग शीतलता का प्रतीक होते हैं. इसी वजह से घर बनवाते समय हल्के रंगों का प्रयोग किया जाता है.