Vastu Tips: घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में गलती से भी नहीं करने चाहिए ये 5 काम, रुक जाती है तरक्की
South West Corner Vastu: वास्तु में दक्षिण-पश्चिम दिशा को राहु केतु की दिशा माना गया है. इस दिशा में कोई भी चीज बहुत सोच-समझ कर रखनी या बनवानी चाहिए. जानते हैं इस दिशा से जुड़े वास्तु के नियम.
Vastu Tips For South West Direction: वास्तु शास्त्र में ना सिर्फ घर में रखी वस्तुओं का बल्कि हर एक दिशाओं का भी विशेष महत्व माना जाता है. वास्तु के अनुसार हर दिशा से एक ऊर्जा निकलती है. यह ऊर्जा सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की होती है.दिशाओं से निकलने वाली इन ऊर्जा का प्रभाव घर में रहने वाले सदस्यों पर भी पड़ता है. सारी दिशाओं में घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा का विशेष महत्व माना गया है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वास्तु में दक्षिण-पश्चिम को राहु केतु की दिशा माना जाता है. इस दिशा में कोई भी चीज बहुत सोच-समझ कर रखनी चाहिए. यहां तक कि अगर इस दिशा में कुछ बनवाना हो तो भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. वास्तु के नियमों का पालन ना करने से राहु केतु के प्रभाव से घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है. आइए जानते हैं कि घर की इस दिशा में कौन से काम नहीं करने चाहिए.
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा से जुड़े नियम
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का ड्राइंग रूम कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए. माना जाता है कि इस दिशा में बाहर से आने वालों की खराब नजर घर को जल्दी लग जाती है. राहु और केतु की दिशा होने के कारण इस दिशा का प्रभाव लोगों के मन और व्यवहार पर पड़ता है. इसलिए अगर संभव हो तो इस दिशा में गेस्ट रूम बनवाने से बचना चाहिए.
- घर दक्षिण-पश्चिम दिशा में पूजा-पाठ से जुड़ा कोई काम नहीं करना चाहिए. इस दिशा में पूजा घर गलती से भी नहीं बनवाना चाहिए. राहु-केत की दिशा होने की वजह से इस दिशा में मन एकाग्र नहीं रहता है और पूजा पाठ में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. दक्षिण-पश्चिम दिशा में पूजा करने से पूजा का फल नहीं मिलता है. घर का मंदिर हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए क्योंकि इस दिशा में देवी-देवता निवास करते हैं.
- घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में बच्चों का स्टडी रूम नहीं बनवाना चाहिए. राहु-केतु की दिशा की वजह से मन में भटकता रहता है और बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है. एकाग्रता ना बन पाने की वजह से इस दिशा में पढ़ने लिखने का कोई लाभ नहीं मिलता है इसलिए स्टडी रूम इस दिशा में नहीं बनवाना चाहिए.
- वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में शौचालय बनवाने से बचना चाहिए. इस दिशा में बना शौचालय घर में नकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है. इसके प्रभाव से घर में रहने वाले लोगों की तरक्की रुक जाती है. इतना ही इसका प्रभाव लोगों की सेहत पर भी पड़ता है जिसकी वजह से लोग हमेशा बीमार रहते हैं.
- भूमिगत पानी की टंकी को कभी भी घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ नहीं रखना चाहिए. माना जाता है कि इससे घर में वास्तु दोष बढ़ सकता है. इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा बरकरार रखने के लिए इस दिशा में पानी की टंकी ऊपर की ओर बनवानी चाहिए.
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