Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा के संचार को बढ़ाने और नकारात्मकता को दूर करने के कई नियम, सिद्धांत, दिशा और उपाय बताए गए हैं. यही कारण है कि हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का अहम प्रभाव पड़ता है.


कई बार जाने-अनाजने में की गई गलतियों से मेहनत के बाद भी उसका फल नहीं मिलता है. इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है. क्योंकि जानकारी के अभाव में हम चीजों को गलत दिशा में रख देते हैं या घर पर कोई ऐसी वस्तु ले आते हैं जो घर के लिए शुभ नहीं मानी जाती है. ऐसे में वास्तु दोष उत्पन्न होता है जोकि घर की तरक्की, उन्नति और सुख-समृद्धि में बाधा बनती है.


घर से नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोष दूर करने के लिए वास्तु शास्त्र में सफेद घोड़े की पेंटिग या फोटो को बहुत ही शुभ माना गया है. लेकिन इसका लाभ आपको तभी मिलेगा, जब आप इसे वास्तु के अनुसार सही दिशा और स्थान में लगाएंगे.



जोड़े में लगाएं सफेद घोड़े की तस्वीर


आमतौर पर हम कई घरों में सात घोड़े की फोटो या पेंटिग लगी हुई देखते हैं. लेकिन जोड़े में घोड़े की फोटो लगाने के भी कई लाभ हैं, जिसे जान आप हैरान रह जाएंगे. वास्तु शास्त्र के अनुसार, कर्ज से मुक्ति के लिए पश्चिम दिशा में आर्टिफिशियल घोड़े का जोड़ा या फोटो लगा सकते हैं. घोड़ा गति और सफेद रंग गुणवत्ता का प्रतीक है. ऐसे में सफेद घोड़े का जोड़ा रखने से आपके काम में गति और गुणवत्ता आएगी. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि, घोड़े का मुख दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर ही हो.


सफेद घोड़े की पेंटिग के लाभ



  • लिविंग रूम या हॉल में जोड़े में सफेद घोड़े की दौड़ती हुई पेटिंग या फोटो लगाने से जीवन में उन्नति आती है और तरक्की के नए-नए मार्ग प्रशस्त होते हैं.

  • अपने दुकान, ऑफिस या कार्यक्षेत्र में दक्षिण दिशा की ओर सफेद घोड़े की जोड़े में फोटो लगाएं. इससे लाभ होगा.

  •  घर पर सफेद घोड़े की फोटो लगाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है और धन-समृद्धि में वृद्धि होती है.

  • सफेद घोड़े की पेंटिग या फोटो घर पर लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.


ये भी पढ़ें: Last Sawan Somwar 2023: शिव पूजन के लिए बेहद खास है सावन का अंतिम सोमवार, बन रहे ये 5 खास योग








Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.