Vastu Tips For Phoenix Bird: वास्तु शास्त्र में ऐसे कई नियम और सिद्धातों के बारे में बताया गया है, जिससे घर पर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. वास्तु शास्त्र में फर्नीचर, पेड़-पौधे, पर्दे, रसोईघर, बाथरूम, सजावट, पेंटिग आदि की दिशा, स्थान और रख-रखाव के बारे में बताया गया है.
वास्तु नियमों का पालन करने से घर पर सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा का साया घर पर नहीं पड़ता है. आज हम बात करेंगे फिनिक्स पक्षी (phoenix bird) के बारे में. आप अपने घर को सजाने के लिए कई तरह की पक्षियों की तस्वीर, फोटो, पेंटिंग या मूर्ति लगाते हैं. लेकिन वास्तु में फिनिक्स पक्षी को बहुत अच्छा माना गया है.
घर पर फिनिक्स पक्षी की फोटो लगाने के लाभ
- वास्तु के अनुसार बताए दिशा या स्थान में इस पक्षी की तस्वीर लगाने से घर पर सुख-समृद्धि आती है, वातारण आनंदित होता है और सफलता के नए मार्ग खुलते हैं.
- फिनिक्स पक्षी का संबंध सफलता और ऊर्जा प्रदान करने से है. साथ ही इसे प्रसिद्धि और विकास का प्रतिनिधित्व माना गया है.
- अगर लंबे समय से मेहनत करने के बावजूद भी सफलता नहीं मिल रही है तो घर पर फिनिक्स पक्षी की तस्वीर जरूर लगाएं. इससे सफलता के योग बनने शुरू होते हैं.
- आप फिनिक्स पक्षी की तस्वीर, फोटो, पेंटिंग या मूर्ति घर के दक्षिण भाग में रख सकते हैं.
- वहीं वास्तु शास्त्र में पक्षियों की तस्वीर लगाने के लिए पूर्व दिशा को भी अच्छा माना गया है.
ये बातें भी जानना है जरूरी
यहां आपको एक बात जरूर जाननी चाहिए कि, वास्तव में फिनिक्स नाम का कोई पक्षी नहीं है. यह केवल एक कल्पनाकृति है, जिसे कि सफलता, सकारात्मकता और समृद्धि का प्रतीक माना गया है. इसे फिनिक्स पक्षी, अमरपक्षी या मायापंछी भी कहते हैं.
साथ ही यह भी जान लीजिए कि वास्तु शास्त्र में कुछ चुनिंदा पक्षियों की तस्वीर या मूर्ति घर पर रखने की बात कही गई है. वास्तु के अनुसार, घर पर कभी भी हिंसक या ऐसे पक्षियों की तस्वीर न रखें जिससे कि नकारात्मकता या अशांति पैदा हो. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर गिद्ध, चमगादड़, कौवा और उल्लू जैसे पक्षियों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए.
ये भी पढ़ें: Nag Panchami 2023 Date: कब है नाग पंचमी ? जानें नाग पंचमी की सही डेट और शुभ मुहूर्त
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.