Vastu Tips For Curtains: पुराने जामने में घरो में खिड़कियों पर पर्दे की बजाए चिक का इस्तेमाल होता था, लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बदल गया. आज घर में चार चांद लगाने के लिए कमरों की दीवारों पर अलग तरह के रंग होते हैं. पर्दों को कमरे के रंग के हिसाब से लगाया जाता है. घर का डेकोरेशन अगर वास्तु के नियमों को ध्यान में रखकर किया जाए तो घर में रहनेवालों का भाग्योदय हो सकता है. घर का एक अहम हिस्सा होते हैं पर्दे. वास्तु के अनुसार घर में पर्दे लगाए जाएं तो ये आपकी किस्मत चमका सकते हैं. आइए जानते हैं घर में किस रंग के पर्दे देते हैं शुभ परिणाम
बच्चों का कमरा
शास्त्रों के मुताबिक हरा और नीला रंग शांति और स्वस्थता का प्रतीक माना जाता है. इसलिए बच्चों के कमरे में हल्के नीले रंग या हरे रंग के के पर्दे लगाने चाहिए. इससे उनकी सेहत बेहतर रहेगी और पढ़ाई में भी मन लगा रहेगा.
बैडरूम
वास्तु के अनुसार बेडरूम में नारंगी, गुलाबी या नीले रंग के पर्दे लगाएं. इससे पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती बनी रहेगी. नीला रंग के प्रभाव से धैर्य का विकास भी होता है. यहां आप गुलाबी रंग के पर्दे भी लगा सकते हैं ये मानसिक शांति, रिश्तों में मधुरता लाता है.
डायनिंग हॉल
घर के डायनिंग स्पेस के खिड़की दरवाजों पर आपको हल्के या फिर ब्राउन रंग के पर्दे लगाने चाहिए. अग्नेय कोण में ऐसे रंग सबसे शुभ माने जाते हैं.नीले रंग के पर्दे समृद्धि और सुकून देने वाला माना जाता है, इसलिए इसे यहां भी लगा सकते हैं.
पूजा घर
पीला रंग ज्ञान, तपस्या, और आध्यात्मिकता का प्रतीक है. लिहाजा पूजा घर में इसका उपयोग करना शुभ होता है. हल्के नारंगी रंग के पर्दे भी घर के मंदिर में लगा सकते हैं. ये दोनों ही रंग शुद्धता के प्रतीक माने जाते हैं.
दिशा अनुसार पर्दे लगाना:
दक्षिण दिशा में खिड़की या दरवाजा हो तो यहां लाल, गहरा हरे रंग का उपयोग कर सकते हैं. घर के पूर्व दिशा में हरे रंग के पर्दे लगाना अच्छा माना जाता है. हरा रंग विकास तथा सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. ये रंग शरीर के स्नायु तंत्र को मजबूत बना कर हमारे मन-मस्तिष्क को स्फूर्ति देता है.
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