Vastu Shastra In Hindi: नवरात्रि का पर्व चल रहा है. पंचांग के अनुसार 22 अक्टूबर 2020 को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. इस दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. मां कात्यायनी ने महिषासुर राक्षस का वध किया था. मां कात्यायनी की पूजा व्यक्ति को निरोग बनाने में सहायक मानी जाती है यही नहीं बृहस्पति ग्रह से संबंधित कोई दोष है तो उसे भी दूर करती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति ग्रह उच्च पद, शिक्षा, सम्मान और बड़े उद्योग का कारक है. मां कात्यायनी की पूजा करने से बृहस्पति ग्रह की अशुभता दूर होती हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार नवरात्रि के दिनो में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. नवरात्रि की पूजा से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है. नवरात्रि के दिनों में इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
स्वच्छता के नियमों का पालन करें
नवरात्रि के दिनों में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. मां दुर्गा के सभी अवतारों को स्वच्छता अधिक पसंद है. इसलिए नवरात्रि में स्वच्छता के मामलें में सावधानी बरतनी चाहिए. खास तौर पर उन घरों में जहां पर मां की चौकी और कलश की स्थापित होती है. नवरात्रि में घर के सभी सदस्यों को अनुशासित जीवन शैली को अपनाना चाहिए. सभी सदस्यों को पूजा आरंभ होने से पूर्व स्नान कर लेना चाहिए और संभव हो तो सभी सदस्यों को एक साथ पूजा करनी चाहिए. हवन आदि करते हैं तो सभी एक साथ आहूति देनी चाहिए. नवरात्रि में गंदे और फटे हुए कपड़े नहीं पहनने चाहिए.
रात में बर्तन को धो कर रखें
नवरात्रि के दिनों में इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए रात को खाने के बाद सभी बर्तनों को धोकर रखना चाहिए. गंदे बर्तन रसोई में रखने घर में नकारात्मक ऊर्जा बहुत जल्दी प्रवेश करती है. यदि पूजा घर रसोई घर के समीप है तो ऐसी गलत भूलकर भी नहीं करनी चाहिए. झूठे बर्तन, गंदगी और स्वच्छता के नियमों का पालन न करने से बुरी हवाओं के घर में प्रवेश करने का भय बना रहता है.