आप माने या न माने लेकिन वास्तु शास्त्र(Vastu Shastra) हमारे जीवन की कई परेशानियों का हल हो सकता है. चाहे घर में कलह कलेश हो या फिर परिवार के सदस्यों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, नौकरी या रोजगार संबंधी परेशानी हो या फिर शादी से जुड़ी कोई बाधा. वास्तु शास्त्र में हर बीमारी का इलाज है. बस जरूरत है इस शास्त्र को समझने और मानने की.
वास्तु शास्त्र(Vastu Shastra) में रंगों का भी खास महत्व है. रंग हमारे जीवन में नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह से प्रभाव डालते हैं. इसलिए घर में रंगों का उपयोग भी वास्तु सम्मत किया जाए तो कई परेशानियों का हल निकाला जा सकता है. चलिए बताते हैं रंगों से जुड़ी कुछ खास वास्तु टिप्स(Vastu Tips).
वास्तु अनुसार रंगों का इस्तेमाल(Vastu Tips For Colours)
- लाल रंग - इस रंग को काफी बलवान, दूसरे रंगों को दबाने वाला माना गया है लिहाज़ा इस रंग का इस्तेमाल सोच समझकर घर में करना चाहिए. लाल रंग का इस्तेमाल घर के ऐसे एरिया में करें जहां ज्यादा लोगों की एक्टिविटी रहती हो
- नारंगी रंग - यह रंग यूं तो चटकीला होता है लेकिन इसे लाल रंग से थोड़ा सौम्य माना जाता है और सामाजिकता का प्रतीक इसे समझा जाता है. इस रंग का इस्तेमाल आप ड्रॉइंग एरिया में कर सकते हैं क्योंकि यही वो एरिया है जहां घर के सभी लोग एक साथ इक्ठ्ठा होते हैं.
- पीला रंग - यह रंग जिंदगी में हर्षोल्लास भरता है. खासतौर से इस रंग का इस्तेमाल तब ज्यादा से करें जब किसी भी वजह से आप निराश फील कर रहे हों. इसे घर के किसी भी कोने में इस्तेमाल करें ये आपको केवल खुशी ही देगा.
- हरा रंग - एकता और खुशहाली का प्रतीक इसी रंग को माना जाता है. अगर आपकी ज्वाइंट फैमिली है तो इस रंग का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. साथ ही ये रंग तनाव को भी दूर रखता है.
- नीला रंग - इस रंग का इस्तेमाल उस कमरे में करना उचित रहता है जहां आप चिंतन, मेडिटेशन या योगा और एक्सरसाइज करते हों और कुछ समय अकेले बिताते हों.