Vastu Tips For Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष 14 अक्टूबर 2023 तक रहेगा. इस अवधि में पितरों को याद कर उनका श्राद्ध कर्म और तर्पण किया जाता है. पितृपक्ष में श्राद्ध करने से पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. माना जाता है कि पितृ प्रसन्न हों तो सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. वहीं, पितर नाराज होते हैं पितृ दोष जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वास्तु शास्त्र में पितृ पक्ष से जुड़े खास नियम बताए गए हैं जिसका पालन करना जरूरी माना जाता है. वास्तु में पूर्वजों की तस्वीर लगाने की भी खास दिशा बताई गई है. जानते हैं इसके बारे में. 


पितरों की तस्वीर से जुड़े नियम




  • पूर्वजों की याद में अक्सर हम उनकी तस्वीरें घर में लगाते हैं. कई लोग अपने घर के बुजुर्गों की तस्वीरें देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ लगाते हैं, ताकि उन पर उनका आशीर्वाद बना रहे. वास्तु  शास्त्र में इसे अशुभ माना गया है. कभी भी पितरों की तस्वीरें भगवान की तस्वीर के साथ नहीं लगानी चाहिए. 

  • वास्तु के अनुसार, घर के बेडरूम, सीढ़ियों और रसोई घर के स्थान पर भी पितरों की तस्वीरें नहीं लगाना चाहिए. माना जाता है कि इससे घर में  क्लेश होता है. घर के बीचों-बीच पितरों की तस्वीर लगाने से मान सम्मान को हानि पहुंचती हैं. इससे पितृ दोष भी लगता है.

  • वास्तु शास्त्र के मुताबिक पितरों की तस्वीर कभी भी ऐसे स्थान पर नहीं लगानी चाहिए जहां आपकी नजरें बार-बार पड़ती हों. माना जाता है कि इससे आपको मानसिक परेशानी पैदा हो सकती है. 

  • पितरों की तस्वीर कभी भी परिवार की फोटो के साथ नहीं लगानी चाहिए. वास्तु के अनुसार, घर के जीवित लोगों के साथ पितरों की तस्वीर लगाना अशुभ होता है. मान्यता है कि जिस जीवित व्यक्ति के साथ पितरों की तस्वीर लगी होती है, उनके जीवन पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है. 

  • उत्तर और पूर्व दिशा में भी पूर्वजों की फोटो नहीं लगानी चाहिए. इसे भगवान की दिशा माना गया है. इस दिशा में पितरों की तस्वीर लगाने से देवी-देवता रुष्ट हो जाते है. वास्तु शास्त्र कहता है कि पूजा घर की दीवारों पर भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए. इन तस्वीरों को लगाने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

  • घर में पितरों की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए. इस दिशा को यमराज के साथ पितरों की भी दिशा माना जाता है. आप घर के हॉल या मुख्य बैठक के दक्षिण दिशा में पितरों की तस्वीर लगा सकते हैं.

  • वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पितरों की तस्वीर लगाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इनकी पूजा भी हमेशा दक्षिण और पश्चिम दिशा में होनी चाहिए. 


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