Vastu Shastra for Rented House: पढ़ाई-नौकरी के चक्कर में या फिर अपना घर ना खरीद पाने की स्थिति में ज्यादातर लोग किराए के घर में रहते हैं. किराए के घर में कोई वास्‍तु दोष है तो उसका नकारात्‍मक प्रभाव जीवन पर पड़ता है. वास्तु दोष होने पर व्यक्ति आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से हमेशा परेशान रहता है. इस वास्‍तु दोष की वजह से करियर में रुकावट भी झेलना पड़ता है.


किराए के घर में खुद से ज्यादा बदलाव नहीं किए जा सकते हैं. अगर आप भी किराए के घर में रह रहे हैं तो घर की कुछ चीजों की जगह में बदलाव करके इन वास्‍तु दोष दूर करने की कोशिश कर सकते हैं. किराए का घर लेने से पहले ही कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरूरी है. 


किराए के घर में रखें इन बातों का ध्‍यान 




  • किराए के मकान में सामान ठीक करते समय इस बात का ध्यान रखें कि मकान का ज्‍यादातर उत्तर-पूर्वी भाग खाली रखें. बेड, ट्रंक जैसी भारी चीजें घर के दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम भाग में रखना चाहिए. 

  • सोते समय दिशाओं का ध्यान रखें. सिर दक्षिण की दिशा में और पैर उत्तर की दिशा में होना चाहिए. अगर ऐसा संभव न हो तो आप पश्चिम दिशा में भी सिर करके सो सकते हैं, लेकिन किसी भी स्थिति में उत्‍तर दिशा की ओर सिर करके ना सोएं. 

  • पूजा घर उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए. इस दिशा में बाथरूम होने से आपके घर में कंगाली आ सकती है. इसलिए किराए के घर में हर चीज की दिशाओं का खास ध्यान रखना चाहिए.

  • किराए का घर लेने से से पहले उसके लोकेशन का खास ध्यान रखें. कभी भी कब्रिस्तान, अस्पताल, ट्रैफिक एरिया या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर किराए का घर लेने से बचना चाहिए. साथ ही ऐसी जगह रहने से भी बचें, जहां आसपास मोबाइल टॉवर या बिजली का पोल हो. माना जाता है कि ये चीजें जीवन में बाधाएं लाती हैं. 

  • वास्तु में उचित प्राकृतिक प्रकाश का बहुत महत्व है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके घर में पर्याप्त धूप आ रही हो और घर में अच्छा क्रॉस वेंटिलेशन हो. इन दोनों दिशाओं में से किसी एक में खिड़कियों और बालकनी के साथ उत्तर या पूर्व की ओर वाला फ्लैट आदर्श माना जाता है. सुबह की धूप सकारात्मकता लाती है जबकि दोपहर की अवरक्त किरणें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं, इसलिए यदि कोई खिड़की दक्षिण या पश्चिम में है तो यह वास्तु दोष के अंतर्गत आती हैं. ऐसा घर लेने से बचना चाहिए. 

  • ध्यान रखें कि आपका कितन उत्तर-पूर्व दिशा में ना हो. चूंकि इमारत का यह हिस्सा सुबह के सूरज का स्वागत करता है इसलिए यह रहने वाले कमरे या ध्यान कक्ष के लिए उपयुक्त है. दक्षिण-पूर्व की दिशा रसोई के लिए आदर्श स्थान है.


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