Vidur Niti: कैसे लोगों को पैसा देने से बनना पड़ता है पाप का भागी, जानें क्या कहती है विदुर नीति
Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार समाज में कुच्छ ऐसे लोग होते हैं जिन्हें भूलकर भी उधार रूपये पैसे नहीं देना चाहिए. ऐसे लोग पैसा कभी वापस नहीं करते हैं.
Vidur Niti: महात्मा विदुर महाभारत के ऐसे महानतम पात्रों में से एक थे जिनकी गणना प्रमुख बुद्धिजीवियों में की जाती है. महात्मा विदुर अत्यंत कुशाग्र बुद्धि के होने के साथ ही दूरदर्शी भी थे. उनके अंदर न्यायप्रियता, धर्मशीलता और स्पष्टवादिता कूट-कूट कर भरी हुई थी.
महात्मा विदुर की बुद्धिमता और राजनीतिक कुशलता के कारण उन्हें हस्तिनापुर का महामंत्री नियुक्त किया गया था. धर्मानुशील विदुर का स्वभाव अत्यंत सरल और विनम्र था. वे अपने धार्मिक और निष्पक्ष निर्णयों के लिए जाने जाते थे. उनके इन सभी गुणों के कारण उनका सम्मान उनके दुश्मन भी करते थे.
महात्मा विदुर और धृतराष्ट्र के मध्य हुई वार्तालाप को विदुर नीति कहते हैं. विदुर नीति में आर्थिक, गृहस्थ जीवन, राजनीति जैसे सभी मसलों पर जिक्र किया गया है. विदुर नीति में तीन ऐसे लोगों के विषय में बताया गया है, जिन्हें कभी भी धन कर्ज में या फिर अन्य किसी कारण से भी नहीं देना चाहिए. ऐसे लोगों को धन देने से आपको धन हानि तो उठानी ही पड़ती है क्योंकि ऐसे लोग कभी पैसा वापस नहीं करते हैं. साथ ही आपको पाप का भागी भी बनना पड़ता है. आइये जानें कि कौन हैं वे लोग जिन्हें धन नहीं देना चाहिए.
आलसी और कामचोर व्यक्ति: विदुर नीति के अनुसार जो व्यक्ति आलसी प्रवृति का हो या कामचोर हो अर्थात कोई भी काम न करना चाहता हो. ऐसे लोगों को कभी उधार धन नहीं देना चाहिये. महात्मा विदुर की नीति के मुताबिक आलसी व्यक्ति को भूलकर भी कर्ज के रूप में पैसे नहीं देने चाहिए, क्योंकि उन्हें दिया हुआ पैसा डूब सकता है. ऐसे आलसी लोग अपने आलस्य की वजह से वे कोई कम नहीं करते हैं और दूसरों पर आश्रित रहते हैं.
जो लोग गलत कार्यों में संलिप्त हो: विदुर नीति के मुताबिक, ऐसे लोगों को कभी उधार नहीं देना चाहिये, जो पैसों का इस्तेमाल गलत कार्यों के लिए करते हैं. ऐसे लोगों को न केवल पैसे ही नहीं देने चाहिए बल्कि उनसे मेल-जोल भी नहीं रखना चाहिए क्योंकि इनके साथ संबंध रखने से आप गलत रास्ते पर जा सकते हैं. ऐसे लोगों को कर्ज देकर न केवल आप पाप के भागीदार बनेंगे, बल्कि आपकी जान को भी खतरा हो सकता है.
जो भरोसेमंद न हो: विदुर नीति के अनुसार जो लोग विश्वास करने के योग्य न हों, उन्हें कर्ज नहीं देना चाहिए. अविश्वनीय लोगों को कर्ज देने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस तरह के लोगों को पैसा देकर व्यक्ति स्वयं ही अपने धन की हानि करता है.
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