मकर राशि में 'दशहरा' पर बन रहें दो योग, एक शुभ तो दूसरा है बहुत ही अशुभ
Capricorn: दशहरा (Dussehra 2021 ) के पर्व पर मकर राशि में बड़ी हलचल होने जा रही है. दो योग मकर राशि (Makar Rashi) में बन रहे हैं, जिसमें से एक शुभ है तो दूसरा, बहुत ही अशुभ.
15 October 2021: मकर राशि वालों के लिए 15 अक्टूबर 2021 का दिन विशेष है. इस दिन दशहरा का पर्व भी है. पंचांग के अनुसार इस दिन यानि शुक्रवार को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है. इस दिन चंद्रमा के गोचर से मकर राशि में दो विशेष योग का निर्माण हो रहा है.
मकर राशि को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण राशि माना गया है. मकर राशि को पृथ्वी तत्व की राशि माना गया है. राशि चक्र के अनुसार इस राशि को दसवीं राशि राशि माना गया है. शनि देव को इस राशि का स्वामी माना गया है. जन्म कुंडली का दशम भाव बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. इस भाव को पिता और कर्म का स्थान भी माना गया है.
15 अक्टूबर 2021 का पंचांग (15 october 2021 panchang)
मकर राशि में 15 अक्टूबर, शुक्रवार को तीन ग्रहों की युति बनी हुई है. इस दिन दशहरा यानि विजय दशमी का पर्व भी है. शनि देव और देव गुरु बृहस्पति पहले से ही मकर राशि में विराजमान हैं. चंद्रमा का गोचर भी मकर राशि में इस दिन हो रहा है.
शनि चंद्रमा से बन रहा है 'विष योग' (vish yog)
ज्योतिष शास्त्र में जिन अशुभ योगों की चर्चा की गई है, उनमे से एक विष योग भी है. जन्म कुंडली में विष योग तब बनता है, जब शनि और चंद्रमा की युति बनती है. 15 अक्टूबर को शनि और चंद्रमा की युति मकर राशि में बनी हुई है. विष योग जब बनता है तो व्यक्ति को तनाव, निराशा और अज्ञात भय जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है. इस योग में धन और सेहत आदि पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए.
गजकेसरी योग (gaj kesari yog)
मकर राशि में एक तरफ जहां विष योग जैसी स्थितियों का निर्माण हो रहा है, वहीं गजकेसरी योग भी बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु और चंद्रमा के आपसी संबंध से कुंडली में गजकेसरी योग बनता है. मकर राशि में गुरु और चंद्रमा का संबंध बना हुआ है. गजकेसरी योग को अत्यंत शुभ फल देने वाला योग माना गया है. लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि मकर राशि, गुरु की नीच राशि कहलाती है. इस कारण इसके प्रभाव में कमी भी आ सकती है.