Mantra for Early Marriage: कई बार लोगों की कुंडली में कुछ ऐसे योग होते हैं जिसकी वजह से उनकी शादी में कई बाधाएं आती हैं. लाख कोशिश करने के बावजूद विवाह जल्दी तय नहीं हो पाता है या फिर रिश्ता तय होने के बाद टूट जाता है. कुंडली में मांगलिक दोष, बृहस्पति और शुक्र ग्रह की खराब स्थिति, सप्तमेश का बलहीन होने या फिर नवांश कुंडली में दोष होने से विवाह में रुकावट जैसी समस्याएं आती हैं.


ज्योतिष शास्त्र में शीघ्र विवाह के कई उपाय बताए गए हैं. इन उपायों से कुंडली के इन दोषों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. वैसे तो शीघ्र विवाह के कई ज्योतिष उपाय हैं लेकिन इनमें मंत्रों का विशेष महत्व हैं. जिन लोगों की कुंडली में ऐसे दोष हैं या फिर जिनका विवाह आसानी से तय नहीं हो पा रहा है उन लोगों को इन मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में.


पुरुषों के लिए शीघ्र विवाह का मंत्र


पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।।


जिन पुरुषों के विवाह में देरी आ रही है, उन्हें इस मंत्र का जाप करना चाहिए. यह मंत्र दुर्गा सप्तशती का है. स्नान के बाद पुरुषों को 11 बार इस मंत्र का जाप करना चाहिए. इससे उनकी जल्द विवाह की कामना पूरी होगी.


''ॐ गं गणपतै नमः''


हर बुधवार के दिन पीतल से बनी गणेश जी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवाकर पंचोपचार विधि से पूजन करना चाहिए. इसके बाद 21 बार इस मंत्र का जाप करें. मंत्र जाप के बाद इस पंचामृत को पीपल के पेड़ में चढ़ाएं. इससे जल्द विवाह तय होने के योग बनते हैं.


''ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा''


इस मंत्र का जाप हर मंगलवार के दिन करना चाहिए. लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा को घर में स्थापित करें. पंचोपचार विधि से पूजन के बाद इस मंत्र का 21 बार जाप करें.


कन्याओं के लिए शीघ्र विवाह का मंत्र


''ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः''


इस मंत्र का जाप हर सोमवार के दिन करना चाहिए. सोमवार के दिन शिव मंदिर में पांच नारियल चढ़ाने के बाद 5 बार माला फेर कर इस मंत्र का जाप करें. यह मंत्र विशेष रूप से कन्याओं के लिए है.


''क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा''


 इस मंत्र का 108 बार जाप करने से अविवाहित कन्याओं का विवाह जल्द संपन्न हो जाता है. इस मंत्र के जाप से भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है.


''ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम:''


इस मंत्र का जाप हर गुरुवार के दिन करना चाहिए. इस मंत्र को उच्चारित करते हुए पांच बार माला फेरनी चाहिए. इससे अविवाहित जातकों का विवाह शीघ्र होता है.


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