नई दिल्ली: जीवन में धन का बड़ा महत्व है. भौतिकवादी युग में हर कार्य धन से ही संचालित होते हैं. ऐसे में धन की सभी को जरूत रहती है. लेकिन कई लोगों के जीवन में धन की कमी बनी रहती है. कड़ी मेहनत करने के बाद भी मनचाहे धन की प्राप्ति नहीं होती है. धन का अभाव कभी-कभी जन्मकुंडली में बैठे ग्रहों के कारण भी होता है. जानकारी न होने के कारण व्यक्ति इसका उपाय नहीं कर पाता है और जैसे-जैसे दिन गुजरते जाते हैं धन को लेकर संकट बढ़ता जाता है जिसके कारण जीवन में कई तरह की परेशानियां पैदा हो जाती है.
ऐसा हो रहा है तो समझ लें ग्रह दे रहे अशुभ फल
कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद भी धन का आगमन नहीं होता है. व्यक्ति कर्जदार होने लगता है. धीरे-धीरे कर्ज बढ़ने लगता है. जीवन में ऐसी स्थितियां तब आती है जब जन्मकुंडली में बैठे राहु और केतु अशुभ फल देने लगते हैं. राहु और केतु कहने को छाया ग्रह हैं लेकिन व्यक्ति के जीवन पर इन दोनों ही ग्रहों का गहरा प्रभाव है.
जब ये ग्रह कुंडली में अशुभ फल देने लगते हैं तो व्यक्ति का बैंक बैलेंस खाली होने लगता है, उसकी जमा पूंजी नष्ट होने लगती है. कड़ी मेहनत करता है लेकिन धन उस मात्रा में नहीं मिलता है. वहीं किसी को दिया हुआ धन भी वापिस नहीं आता है. धन को लेकर संबंध भी बिगाड़ देता है. कभी कभी ये बीमारियों पर भी धन खर्च कराता है. बीमारी को लेकर व्यक्ति कर्जदार बन जाता है.
राहु केतु का करें उपाय
जन्मकुंडली में राहु या केतु में से कोई भी ग्रह जब अशुभ फल देने लगे तो इसका उपाय करना बहुत जरूरी हो जाता है. राहु भ्रम की स्थिति भी पैदा करता है. धन का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं होने देता है. जिस कारण धन बर्बाद होने लगता है. लोग चालकी से आपके धन को हड़प लेते हैं और व्यापार में नुकसान होने लगता है. इसलिए उपाय जरूरी हो जाता है.
एस्ट्रोलॉजर शिल्पा राना का कहना है कि जन्मकुंडली में राहु केतु की स्थिति पता करें, कहीं कुुंडली में कालसर्प दोष की स्थिति तो नहीं बन रही है. अगर ऐसा है तो कालसर्प दोष की पूजा कराएं. इससे काफी आराम मिलेगा. गाय को चारा खिलाएं. भगवान शिव की पूजा करें. हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें, पत्नी से संबंध मधुर बनाकर रखें. घर जाते समय कभी खाली हाथ न जाएं. बुधवार को गणेश जी की आरती करें. ऐसा करने से लाभ मिलेगा. आत्मविश्वास में कमी न आने दें.
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