Astrology and Woman: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि ग्रहों का प्रभाव सभी पर पड़ता है. जब ग्रहों की अशुभता बढ़ने लगती है तो जीवन में समस्याओं को अंबार लग जाता है. पुरुष ही नहीं महिलाओं को भी कई बार ग्रहों की अशुभता के कारण भयंकर समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
ग्रहों से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. यदि ऐसा करने में महिलाएं सफल रहती है तो ग्रहों की अशुभता उन्हें छू भी नहीं पाती है. इसलिए ये गलतियां भूलकर भी न करें-
स्वच्छता का ध्यान न रखने से राहु हो जाता है खराब
महिलाओं को स्वच्छता के नियमों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. कई बार नियमों की अनदेखी से पाप ग्रह राहु खराब फल देने लगता है. इसलिए साफ सफाई के मामले में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. राहु के खराब होने से तनाव, कलह, रोग और वाणी दोष जैसी समस्याएं खड़ी हो जाती हैं.
क्रोध और अहंकार से मंगल करा देता हैं अमंगल
मंगल को एक उग्र ग्रह माना गया है. महिलाओं को अपने स्वभाव में मधुरता और विनम्रता बनाए रखना चाहिए. क्रोध और अहंकार करने से मंगल की अशुभता बढ़ने लगती है. जिससे दांपत्य जीवन में मुश्किलें आना प्रारंभ हो जाती है. मंगल की अशुभता पति और पत्नी के रिश्तों में दूरियां पैदा करने लगता है. मंगल के कारण फैमिली लाइफ भी डिस्टर्ब हो जाती है.
आलस बढ़ता है शनि की अशुभता
शनि को कर्मफलदाता कहा गया है, लेकिन शास्त्रों में शनि की चाल बेहद धीमी बताई है. यही कारण है कि शनि राशि बदलने में लगभग ढ़ाई वर्ष का समय लेता है. शनि महिलाओं को संघर्षशील बनाता है. लेकिन जब आलस बढ़ने लगता है तो शनि अशुभ हो जाता है. इसलिए महिलाओं को आलस से बचना चाहिए. शनि के खराब होने से रोग, धन की कमी की समस्या, संतान संबंधी दिक्कतें प्रदान करने लगता है. शनि न्याय के भी देवता है, इसलिए महिलाओं को गलत कामों को करने से भी बचना चाहिए. नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं.
Shani Amavasya 2022: शनि अमावस्या के टोटके, इस दिन अवश्य करें पीपल के पेड़ की पूजा
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.