World Cup 2023: भारत ने जब-जब जीती विश्व कप की ट्रॉफी तो ऐसी थी ग्रहों की स्थिति, क्या 2023 में इंडिया फिर कहलाएगा चैंपियन?
World Cup 2023: भारत की मेजबानी में आईसीसी वर्ल्ड कप की शुरुआत हो चुकी है और सभी की नजरें विश्व कप पर टिकी है. लेकिन ट्रॉफी किसके हाथ लगेगी यह काफी हद तक ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति पर भी निर्भर करता है.
World Cup 2023: क्रिकेट के महाकुंभ आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 (ICC World Cup 2023) का आगाज 05 अक्टूबर 2023 से हो चुका है और विश्व कप का फाइनल मैच 19 नवंबर 2023 को खेला जाएगा.
वर्ल्ड कप 2023 के लिए 45 दिनों में कुल 48 मैच खेले जाएंगे, जिसमें भारत क्रिकेट टीम 9 मैच खेलेगी. इसके बाद फाइनल में पहुंचने के बाद विश्व कप 2023 की ट्रॉफी के लिए मुकाबला होगा. इससे पहले भारत 1983 और 2011 में विश्व कप विजेता रहा चुका है.
किसके हाथ लगेगी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी?
वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत होते ही चारों ओर यही चर्चा तेज है कि, विश्व कप की चमचमाती ट्राफी आखिर किसके हाथ लगेगी. इसे लेकर एक्सपर्ट भी अपने-अपने तर्क दे रहे हैं. विश्व कप 2023 के लिए क्रिकेट के मैदान में 10 टीमें हैं. ऐसे में सबकी नजरें ट्रॉफी पर ही टिकी है. लेकिन इसे लेकर ज्योतिष गणना और ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति क्या कहती है, आइये जानते हैं.
25 जून 1983 का दौर जिसे भारतीय क्रिकेट के इतिहास का स्वर्णिम काल कहा जाता है. इसी दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व कप की ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया था. 25 जून 1983 के इस ऐतिहास दिन के बाद से ही लोग भारत में क्रिकेट को अनौपचारिक धर्म की तरह मानने लगे और क्रिकेट मैच को लोग उत्सव की तरह मनाने लगें.
जब-जब भारत ने जीती विश्व कप की ट्रॉफी तो ऐसी थी ग्रहों की स्थिति
1983 में जब कपिल देव की कप्तानी में इंडिया को पहला विश्व कप हासिल हुआ तब ग्रहों की स्थिति का भी इसमें अहम योगदान रहा. ज्योतिष के अनुसार, जब 25 जून 1983 में टीम इंडिया को पहली बार विश्व कप में जीत हासिल हुई तब उस समय बृहस्पति मंगल की राशि मेष में और शनि अपनी उच्च की राशि तुला में थे. इतना ही नहीं जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 में एक बार फिर भारत को क्रिकेट में एतिहासिक जीत मिली और भारत ने विश्व कप 2 अप्रैल 2011 की ट्रॉफी हासिल की तब भी बृहस्पति मेष राशि और शनि, बुध की राशि कन्या में मौजूद थे.
क्या भारत फिर बनेगा चैंपियन?
ज्योतिष की माने तो इस बार 2023 में भी जब विश्व कप की शुरुआत हुई है तो ग्रह-नक्षत्रों के कुछ ऐसे ही संयोग हैं. इस समय भी बृहस्पति मेष राशि में विराजमान हैं और शनि देव अपने मूल त्रिकोण कुंभ राशि में उपस्थित हैं. ऐसे में यह संभावनाएं जताई जा रही हैं कि, ग्रह-नक्षत्र विश्व कप 2023 में भारत को विजयी बना सकता है. लेकिन 19 नवंबर 2023 को फाइनल मैच के बाद ही विश्व कप 2023 के विजेता का पता चलेगा.
विश्व कप में कब कौन सी टीम रही चैंपियन |
साल | टीम |
1975 | वेस्टइंडीज |
1979 | वेस्टइंडीज |
1983 | भारत |
1989 | ऑस्ट्रेलिया |
1992 | पाकिस्तान |
1996 | श्रीलंका |
1999, 2003 और 2007 | ऑस्ट्रेलिया |
2011 | भारत |
2015 | ऑस्ट्रेलिया |
2019 | इंग्लैड |
19 नवंबर को बनने वाले योग
पंचांग अनुसार 19 नवंबर 2023 को वृश्चिक राशि में त्रिग्रही योग बना है. यहां पर सूर्य, बुध और मंगल एक साथ विराजमान रहेगें. इसके साथ ही कुंभ राशि में शनि ग्रह मौजूद रहेगा. कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं. यहां शनि का होना एक शुभ स्थिति का निर्माण कर रहा है. लेकिन इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि शनि बिना परिश्रम के कुछ भी नहीं देते हैं. इसलिए यहां कठोर परिश्रम का भी संकेत मिल रहा है. इसके साथ ही पंचम भाव जिससे खेल का भी विचार किया जाता है, वहां पर पाप ग्रह राहु विराजमान है. राहु अचानक होनी वाली घटनाओं का कारक है.
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