डॉ. शाह आलम ने जामिया मिलिया विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के भूले-बिसरे नायकों खास कर क्रांतिकारियों के ऊपर शोध कर, उनकी प्रामाणिक जीवनी निकाल रहे हैं, लोगों तक पहुंचा रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने चंबल में एक संग्रहालय भी बनाया है. वह हरेक साल अंतरराष्ट्रीय फिल्म मेले का भी आयोजन करते हैं. क्रांतिकारियों को इस देश की युवा पीढ़ी जाने और इस देश का उनके प्रति सम्मान हो, इसी लक्ष्य को लेकर फिलहाल डॉ. आलम काम कर रहे हैं.