सोना चौधरी भारती महिला फुटबॉल टीम की पूर्व कप्तान हैं. उन्होंने गेम-इन-गेम और पायदान किताब लिखी है. इसमें उन्होंने महिला खिलाड़ियों के दर्द को बयां किया था. 1998 एशिया कप के दौरान उनके घुटने और रीढ़ की हड्डी में चोट के चलते खेल छोड़ने पड़ा, उन्होंने समय पूर्व संन्यास ले लिया था.