Challan Rules: ड्राइविंग के दौरान ये 5 डॉक्यूमेंट्स हमेशा रखें अपने साथ, नहीं तो 15 हजार रुपये तक के जुर्माने के साथ खानी पड़ सकती है जेल की हवा
आप इन सभी दस्तावेजों को डिजिलॉकर या एम-परिवहन ऐप में रख सकते हैं, यह पूरे देश में मान्य है. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के जारी आदेश के मुताबिक, सरकार ने अब इस फैसले को स्थायी कर दिया है.
5 Documents to Carry to Avoid Traffic Challans: अगर आप भी ड्राइविंग करते हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है. दरअसल हम आपको बताने वाले हैं पांच जरूरी दस्तावेजों के बारे में जो ड्राइविंग के दौरान आपके साथ होने ही चाहिए. ऐसा हम इसलिए बता रहे हैं क्योंकि अगर आपको पुलिस रोकती है या कोई दुर्घटना होती है, तो अचानक ढेर सारे सवाल सामने आ जाते हैं, जैसे- क्या आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस है, गाड़ी की आरसी है? इंश्योरेंस है? पीयूसी सर्टिफिकेट है? नहीं होने की स्थिति में भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है यहां तक कि जेल की हवा भी खानी सकती है. इसीलिए ड्राइविंग के दौरान ये महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने साथ जरूर रखें.
ड्राइविंग लाइसेंस
अगर आप ड्राइविंग कर रहे हैं तो पांच जरूरी दस्तावेज हैं जो आपके पास होने ही चाहिए. सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण, आपका ड्राइवर का लाइसेंस है. ड्राइविंग लाइसेंस ही है जो यह साबित करता है कि आपको कानूनी रूप से वाहन चलाने की अनुमति है. यदि आपको ट्रैफिक पुलिस रोकती है या दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, तो यह पहली चीज होगी जो आपसे मांगी जाएगी. नवीनतम मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार यदि आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है तो आप पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, न्यूजीलैंड, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, स्विट्जरलैंड, दक्षिण अफ्रीका, स्वीडन, जर्मनी, भूटान, कनाडा और मलेशिया जैसे विभिन्न देश भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस एक्सेप्ट करते हैं, यानि कि वहां पर भी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस मान्य होगा.
रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC)
जब भी ट्रैफिक पुलिस किसी वाहन को रोकती है तो ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ गाड़ी का आरसी यही रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी जरूर मांगती है. इस सर्टिफिकेट में वाहन के मालिक का नाम, गाड़ी का नाम, इंजन की डिटेल्स, रजिस्ट्रेशन नंबर, तारीख, मॉडल नंबर जैसी जानकारी लिखी होती है. यदि आपको रोका गया और आपके पास अपना रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं है, तो आप पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है या 6 महीने की जेल हो सकती है. अगर दोबारा ऐसा करते पकड़े गए तो आपको 15,000 रुपये का जुर्माना और/या 2 साल की जेल हो सकती है.
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस
वाहन चलाते समय इस दस्तावेज को भी साथ में रखना अनिवार्य है. चेकिंग के दौरान वाहन का बीमा सर्टिफिकेट भी आपसे मांगा जा सकता है, और इसे न प्रस्तुत कर पाने की दशा में लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है साथ ही आपका 2000 रूपये तक का चालान काटा जा सकता है या फिर कम्युनिटी सर्विस के साथ तीन महीने की जेल की सजा हो सकती है.
पीयूसी सर्टिफिकेट
बढ़ते पॉल्यूशन को देखते भारत सरकार PUC सर्टिफिकेट पर अधिक जोर दे रही है. प्रत्येक वाहन, चाहे वह दो या चार पहिया हो, उसका PUC सर्टिफिकेट होना जरुरी है. इस डॉक्यूमेंट को भी वाहन चलाते समय साथ रखना अनिवार्य है. बीएस3 या उससे कम इंजनों के लिए, ड्राइवर के पास PUC सर्टिफिकेट होना चाहिए साथ ही हर तीन महीने में इसे रिनीव कराना जरूरी है. यदि आपके पास बीएस IV या बीएस 6 संचालित वाहन है, तो आपको जारी होने की तारीख के बाद हर साल प्रमाणपत्र को रिनीव कराना होगा. यदि आपको रोका जाता है और बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं, तो आपको 6 महीने तक की जेल या 10,000 रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं.
आइडेंटिटी प्रूफ
यह जरुरी नहीं है, लेकिन फिर भी अपने साथ एक आइडेंटिटी प्रूफ जरूर रखें. पुलिस जांच के दौरान, अधिकारी इसका उपयोग आपके द्वारा दिखाए गए दस्तावेज़ों से मैच करने के लिए मांग सकता है. आपात्कालीन स्थिति में आधार कार्ड, पासपोर्ट या कोई अन्य दस्तावेज हर समय साथ रखना चाहिए.
आप इन सभी दस्तावेजों को डिजिलॉकर या एम-परिवहन में रख सकते हैं क्योंकि यह पूरे देश में मान्य है. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, सरकार ने अब इस फैसले को स्थायी कर दिया है.