Ambassador Care: अमीरों की शान की सवार एंबेसडर की होगी वापसी! इस बार इलेक्ट्रिक अवतार में सड़कों पर दौड़ेगी
Hindustan Ambassador 2022: 1960 के दशक से 1990 के दशक के बीच तक क्लासिकल कार एंबेसडर (Ambassador) भारत में एक स्टेटस सिंबल थी, और यह बाजार में बड़े पैमाने पर प्रोड्यूस इकलौती लग्जरी कार भी थी.
Ambassador Is Coming Back: सबसे आइकॉनिक और क्लासिकल कारों में से एक एंबेसडर (Ambassador) जो दशकों तक एक स्टेटस सिंबल बनी रही, दो साल में बिल्कुल नए अवतार में वापसी कर रही है. हिंद मोटर फाइनेंशियल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (HMFCI) और फ्रेंच कार मेकर प्यूजियट 'Amby' के डिजाइन और इंजन पर काम कर रहे हैं. कार को अब एक नए अवतार में लॉन्च (Ambassador Launch) किया जाएगा. कहा जा रहा है कि ज्वाइंट वेंचर एंबेसडर 2.0 के डिजाइन और इंजन पर काम कर रहा है. हिंदुस्तान मोटर्स के स्वामित्व वाली एंबेसडर कार 1958 से 2014 तक भारत में मौजूद थी और यह एक राजनेता हो या एक सेलिब्रिटी हो, अपने शुरुआती सालों में एंबेसडर एक एंबिशियस प्रोडक्ट था.
कब तक सड़क पर दौड़ पाएगी न्यू एंबेसडर?
कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, नेक्स्ट जनरेशन एंबेसडर की मेन्युफेक्चरिंग हिंदुस्तान मोटर्स के चेन्नई प्लांट के द्वारा की जाएगी. रिपोर्ट्स की माने तो एंबेसडर के नए रूप एम्बी (Amby) को लाने के लिए काम चल रहा है. नए इंजन के लिए मैकेनिकल डिजाइन का काम एक एडवांस स्टेज में पहुंच चुका है.
न्यू Amby में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
कहा ये भी जा रहा है कि मौजूदा प्रपोस्ड फ्रेमवर्क में, हिंदुस्तान मोटर्स की 51% हिस्सेदारी होगी और अज्ञात यूरोपीय कंपनी के पास शेष 49% हिस्सेदारी होगी.
क्यों बंद हो गया था एंबेसडर का प्रोडक्शन?
एंबेसडर भी आजादी के एक दशक बाद भारत में बनने वाली पहली कार थी. अपने लाइफसाइकल के अंत में एंबेसडर टेक्नोलॉजी, कम्फर्ट बनाए रखने में विफल रहा और सड़कों पर बेहतर कारें मौजूद थीं और बिक्री में गिरावट के कारण हिंदुस्तान मोटर्स ने एंबेसडर का प्रोडक्शन बंद कर दिया था.