Auto Sector Crisis: भारतीय ऑटो बाजार इन दिनों सेमीकंडक्टर की बड़ी समस्या से जूझ रहा है. इसी की वजह से इस फेस्टिव सीजन में कार निर्माताओं के हाथ निराशा लग सकती है. साथ ही साथ इन कंपनियों को भारी नुकसान का भी अनुमान है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की मानें तो इस चिप की कमी के चलते डीलर्स अपने पार्टनर्स को सप्लाई कम भेज रहे हैं. ऐसे में इस फेस्टिव सीजन ऑटो सेक्टर पर काफी असर देखने को मिल सकता है. 


सप्लाई में कमी की वजह बिक्री प्रभावित


दशहरा और दिवाली से पहले ही कारों की सप्लाई में कमी की वजह बिक्री प्रभावित हो रही है. सप्लाई के कारण ही डीलर कस्टमर्स की मांग पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसके अलावा बुकिंग्स कैंसिल भी की जा रही हैं. साथ ही डीलर्स के पास स्टॉक नहीं होने की वजह से बिक्री पर बहुत ज्यादा असर हो रहा है. 


"बढ़ गया वेटिंग पीरियड"
FADA के डायरेक्टर विंकेश गुलाटी ने इस मामले पर कहा कि पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में ज्यादातर मॉडल्स के लिए वेटिंग पीरियड पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा बढ़ गया है. दूसरी तरफ सप्लाई नहीं होने से मौके पर होने वाली डील भी नहीं हो पा रही है. गुलाटी ने आगे कहा कि हमारे आंकड़ों के मुताबिक 50 से 60 प्रतिशत ग्राहक पहले से बुकिंग करवा लेते हैं, वहीं बचे हुए 40 प्रतिशत ग्राहक शोरूम पर आकर हाथों हाथ गाड़ी खरीद लेते हैं. लेकिन अभी इसमें मुश्किल आ रही है. 


भारी नुकसान की है आशंका
इस पूरे हालात को गुलाटी ने काफी चैलेंजिंग बताया. उन्होंने कहा कि फेस्टिव सीजन में अगर सेल नॉर्मल रही तो ये बड़ी बात होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि फेस्टिव सीजन के दौरान हमें भारी नुकसान की आशंका है. इस दौरान हमारी रिटेल सेल चार से साढ़े चार लाख यूनिट्स रहती है. लेकिन इस बार फेस्टिव सीजन के दौरान ये सेल तीन से साढ़े तीन लाख यूनिट्स तक का आंकड़ा भी छू ले तो बड़ी बात होगी. 


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